एक ही लड़की पर आया दो दोस्तों का दिल, फिर एक हुआ गायब, 50 दिन बाद बोरे में मिला शव

चित्रकूट। यूपी के चित्रकूट में खौफनाक वारदात सामने आई है। यहां एक ही लड़की पर दो दोस्तों का दिल आ गया। दोनों ही लड़की से प्यार करने लगे। यह बात एक लड़के को खटकने लगी। उसने लड़की के लिए अपने ही दोस्त को रास्ते से हटाने की खौफनाक साजिश रच डाली। एक लड़का गायब हो गया। किसी को पता नहीं चला कि लड़का कहां चला गया है। फूलप्रूफ साजिश का 50 दिनों तक किसी को कुछ पता नहीं चला।

बरवारा निवासी लखपत पटेल का 22 साल का बेटा निखिल तीन जनवरी से गायब था। लखपत सिंह ने बताया कि तीन जनवरी को गांव के शिव मंदिर में कीर्तन था। इसमें गांव भर के लोग एकत्र थे और प्रसाद वितरण देर रात तक चला। इसी दिन से उसका पुत्र निखिल घर नहीं लौटा। पुलिस और परिवार वाले उसे खोजते रहे लेकिन कहीं पता नहीं चला। एक दिन तक कुछ पता न चलने पर कोतवाली में गुमशुदगी की तहरीर दी थी। इसमें आशंका जताई थी कि गांव के ही कमल उपाध्याय व सनी कुमार ने उसके पुत्र का अपहरण कर हत्या कर दी है। इसकी जांच पुलिस कर रही थी लेकिन कुछ पता नहीं चला।

गुरुवार को शहर कोतवाल दीपेंद्र सिंह मय फोर्स बरवारा गांव पहुंचे। उनके साथ गांव का कमल उपाध्याय, सनी कुमार व एक लडकी भी थी। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने नहर किनारे गडढा खुदवाया। गडढे से एक बोरा मिला जिससे दुर्गंध आ रही थी। ग्रामीणों की मदद से उसे खोला गया, तो शव निकला। इस शव की शिनाख्त गांव के लखपत सिंह ने अपने पुत्र निखिल कुमार (20) के रूप में की। शव एक माह से ज्यादा समय का होने से सड़ गया था, जिससे उसके कपड़ों व शरीर पर माला व अंगूठी से शिनाख्त हुई।

प्रभारी निरीक्षक कोतवाली दीपेन्द्र सिंह ने बताया कि निखिल व कमल उपाध्याय दोस्त थे। दोनों का एक ही युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। कमल ने निखिल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। प्रेमिका के जरिए ही निखिल को नहर किनारे बुलवाया और गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर दोनों ने शव को गड्ढे में दफना दिया।

उधर मामले में डेढ़ माह तक लापरवाही करने पर एसपी वृंदा शुक्ला ने हल्का इंचार्ज राधेश्याम को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा तत्कालीन कोतवाल के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

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