रामपुर। अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खां ने रविवार को बापू माल में लगे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पूर्व मंत्री आजम खां के नाम के पत्थर को तोड़ दिया। नगरपालिका की ओर से इस मामले में तहरीर दे दी गई है और नया शिलापट्ट बनाने के ऑर्डर दे दिए गए हैं। पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज करते हुए आरोपी को को हिरासत में ले लिया है।
2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बापू मॉल का उद्घाटन किया था। जिसका शिलापट्ट पर वहां लगा हुआ था। शिलापट्ट पर तत्कालीन कैबिनेट मंत्री आजम खां और कुछ अन्य लोगों का नाम अंकित थे। इस शिलापट्ट को रविवार को दोपहर में अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने हथौड़े बरसा तोड़ दिया। शिलापट तोड़ने वाला शख्स फरहत अली खान ने कहा है कि जिस शख्स को वोट देने का अधिकार ही नहीं रहा है, उसके नाम के शिलापट भी नहीं रखने चाहिए। उन्होंने कहा कि सद्दाम और तालिबानी राज अब खत्म हो चुका है। अब राष्ट्रवाद राज है। अब वही मुसलमान हिंदुस्तान में रहेंगे जो राष्ट्रवादी विचारधारा के हैं। मेरे में हिम्मत थी तो मैंने शिलापट तोड़ कर दिखाया। हम आजम खाम के नाम की तख्ती इस जिले में नहीं रहने देंगे।
फरहत अली खान ने कहा कि शिलापट पर आजम खान के अलावा जो दूसरा नाम है (अखिलेश यादव) उससे हमें कोई मतलब नहीं है। उन्होंने जिला प्रशासन से निवेदन की है कि आजम खान के नाम का जहां भी शिलापट लगा है, उसे जिले से हटा दिया जाए। अगर नहीं हटाया गया तो वह खुद इसे तोड़ देंगे।
फरहत अली खान का कहना है कि उनका विरोध अखिलेश यादव से नहीं है। उनका विरोध आजम खां को लेकर है। फरहत का कहना है कि आजम खां अपराधिक छवि के व्यक्ति हैं। उनके खिलाफ लगभग एक सौ मुकदमे दर्ज हैं और दो मामलों में उनको सजा भी हो चुकी है। आजम खां ने सत्ता में रहते हुए रामपुर के लोगों पर जुल्म और ज्यादती की है। वो देश विरोधी बयान देते रहे हैं। इन सब बातों से वो आहत हैं। इसलिए उन्होंने शिलापट्ट तोड़कर सांकेतिक रूप से अपना विरोध जताया है।
दो बार हॉकी कोच के पद से हटवाया था
दरअसल, आजम खान ने सरकार में रहते हुए 2007 और 2013 में दो बार फरहत अली खान को हॉकी कोच के पद से हटवा दिया था। जिस पर उनकी मां काफी रोईं थीं। वहीं फरहत अली खान ने कहा कि आजम खान से उन्हें कोई शिकवा नहीं है, बल्कि उनके कैरेक्टर से है। उन्होंने हमेशा राष्ट्र के खिलाफ काम किए हैं। उन्होंने गरीबों के घर तोड़ दिए, जिससे वह उनसे नाराज हैं।
मामले में एसपी अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि नगरपालिका की ओर से आई तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज उसे हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस इस मामले की जांच भी कर रही है कि आरोपी को ऐसा करने के लिए किसी ने उकसाया तो नहीं था। क्योंकि मौके पर कई लोग वीडियो भी बना रहे थे। उन लोगों ने आरोपी को रोकने की कोशिश नहीं की।