अगरतला। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान शुरू हो गया है। वोटिंग के लिए लोगों की भीड़ मतदान केंद्रों के बाहर देखी जा रही है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गीते किरणकुमार दिनकरराव ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार सुबह 7 से शाम 4 बजे तक 3337 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी। इनमें से 1100 केंद्रों को संवेदनशील और 28 को जोखिमपूर्ण के तौर पर चिन्हित किया गया है। वोटों की गिनती 2 मार्च को की जाएगी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने निष्पक्ष और हिंसा मुक्त विधानसभा चुनाव के लिए CAPF की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) भेजी हैं।
त्रिपुरा में चुनावी मुकाबला मुख्य तौर पर बीजेपी-आईपीएफटी गठबंधन, सीपीआई(एम)-कांग्रेस गंठबंधन और तिप्रा मोथा पार्टी के बीच है। तिप्रा मोथा एक स्थानीय पार्टी है जिसका गठन राज्य के पूर्व राजवंश के वंशजों ने किया है। BJP 55 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी IPFT ने छह सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि एक सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा। CPM 47 सीट पर चुनाव लड़ रही है और इसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 13 सीट पर चुनाव लड़ रही है।
ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने 28 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं और 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। राज्य में कुल मिलाकर 28.13 लाख मतदाता हैं, जिनमें से 13.53 लाख महिलाएं हैं जो 259 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। उम्मीदवारों में 20 महिलाएं भी हैं।
किस्मत आजमाने को तैयार
मुख्यमंत्री माणिका साहा बार्दोवली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक धनपुर से बीजेपी के टीकट पर लड़ रही हैं। सीपीआई(एम) के राज्य सचिव और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन का चेहरा जितेंद्र चौधरी सबरूम विधानसभी सीट से मैदान में हैं। तिप्रा मोथा के प्रमुख प्रद्योत देबबर्मा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। बीजेपी ने 55 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि आईपीएफटी ने 6 सीटों पर अपने उम्मदीवारों को उतारा है। इसके अतिरिक्त एक सीट पर मित्रवत मुकाबला हो रहा है।