नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल को वर्तमान बजट सत्र के बाकी दिनों के लिए निलंबित कर दिया है। उन पर सदन की कार्यवाही की रिकॉर्डिंग करने का आरोप लगा है। वहीं इस मामले पर सभापति जगदीप धनखड़ ने नाराजगी भी जताई।
राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने कहा कि कल यानी गुरुवार को ट्विटर पर सदन की कार्यवाही से संबंधित एक वीडियो का प्रसार किया गया था। इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए हमने इस पर वह किया जो जरूरी था। सभापति ने कहा कि हमने पाया कि कांग्रेस सासंद रजनी पाटिल को इसमें संलिप्त पाया गया, जिसके बाद उन्हें बाकी बजट सत्र के के निलंबित कर दिया गया। पाटिल ने सदन के अंदर से एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें विपक्षी सांसदों को धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुरुवार की प्रतिक्रिया का विरोध करते हुए देखा गया था।
धनखड़ ने कहा कि विशेषाधिकार समिति मामले की जांच करेगी और पाटिल तब तक निलंबित रहेंगी, जब तक समिति अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपती है, उन्होंने कहा कि संसद की पवित्रता बनाए रखने के लिए मामले को किसी बाहरी एजेंसी को नहीं सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच विशेषाधिकार समिति द्वारा की जाएगी और इस अगस्त में सदन में विचार के लिए विशेषाधिकार समिति की सिफारिश का लाभ मिलने तक, पाटिल को मौजूदा सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।
निलंबित राज्यसभा सांसद रजनी पटेल ने दी प्रतिक्रिया
इस मामले पर अब कांग्रेस सांसद रजनी पटेल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया लेकिन जब मैंने कुछ नहीं किया तब भी मुझे “फांसी की सजा” दी गई। मैं स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से आती हूं, और मेरी संस्कृति मुझे कानून का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देती है। पटेल ने आगे कहा कि हमने कल बार-बार पीएम मोदी के जवाब को रोका, इसलिए वे बौखलाए हुए हैं। यह उनका बनाया हुआ कार्यक्रम है।