सीएम योगी आदित्यनाथ ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को किया याद

लखनऊ। पूरे देश में आज महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जा रही है। लोग उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ-साथ उनकी वीरगाथा को याद कर रहे हैं। आज के दिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में परिवर्तन चौक पर सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के हर नागरिक के मन में देशभक्ति का भाव पैदा हो और हम सब अपनी राष्ट्रीयता के मार्ग का अनुसरण करते हुए राष्ट्र प्रथम के भाव को सदैव निखार सकें, उसके वे सदौव पक्षधर थे। उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान अनेक ऐसे अवसर आए थे जिसके माध्यम से नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत की राजनीति में स्थापित हो सकते थे। मगर इससे इतर उन्होंने हमेशा क्रांति का मार्ग चुना।

‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने अपने कॉलेज के शुरुआती दिनों में ही बंगाल में क्रांति की वो मशाल जलाई, जिसने भारत की आज़ादी की लड़ाई को एक नई धार दी। राष्ट्रीय आंदोलन में नेताजी का योगदान कलम चलाने से लेकर आज़ाद हिंद फौज का नेतृत्व कर अंग्रेज़ों से लोहा लेने तक रहा है।

कई बार गए जेल
आजादी की लड़ाई में लोगों में जोश भरने वाले नेताजी कई बार ब्रिटिश हुकुमत से लोहा लेते हुए जेल भी गए थे। वे 1921 से 1941 के बीच पूर्ण स्वराज के लिए 11 बार जेल गए और ब्रिटिश शासन के खिलाफ आक्रोश पैदा किया। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान वे सोवियत संघ, जर्मनी और जापान भी गए और उन्होंने वहां अंग्रेजों के खिलाफ साथ देने की मांग की।

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