चुनाव आयोग ने दिया रिमोट वोटिंग मशीन का डेमो, राजनीतिक दलों ने जताया विरोध

नई दिल्ली। भारत में चुनाव के दौरान घर से दूर रह रहे लोगों की सहूलियत के लिए रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (आरवीएम) को लेकर आने की तैयारी में है। सोमवार को चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के सामने यह इसका डेमो दिखाया हालांकि, राजनीतिक पार्टियां ने रिमोट वोटिंग मशीन का विरोध किया।

चुनाव आयोग सोमवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी RVM का प्रोटोटाइप दिखाया। आयोग ने अपने घर से दूर रहने वाले वोटर्स बनाए गए इस सिस्टम के डेमोस्ट्रेशन के लिए मान्यता प्राप्त आठ राष्ट्रीय दलों और 57 क्षेत्रीय दलों को बुलाया था। रिमोट EVM के प्रदर्शन के दौरान चुनाव आयोग की टेक्निकल एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य भी मौजूद रहे। आयोग का कहना है कि रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी RVM की मदद से अपने घर से दूर किसी दूसरे शहर या राज्य में रहने वाले वोटर विधानसभा/लोकसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे। यानी मतदान के लिए उन्हें अपने होम टाउन नहीं आना होगा।

RVM मौजूदा EVM पर आधारित, इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होगी
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने दूर-दराज के बूथों पर डाले गए वोटों की गिनती और दूसरे राज्यों में रिटर्निंग ऑफिसर को उनके बूथ तक भेजने को एक तकनीकी चुनौती करार दिया था। आयोग का कहना है कि आरवीएम को एक मजबूत, फेलप्रूफ और असरदार स्टैंड-अलोन सिस्टम के रूप में विकसित किया जाएगा। यह मौजूदा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर ही आधारित होगी, लेकिन इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होगी।

कांग्रेस समेत 16 दलों ने RVM का विरोध किया
कांग्रेस ने रविवार को रिमोट वोटिंग मशीन (RVM) प्रपोजल पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में JDU, शिवसेना उद्धव गुट, नेशनल कॉन्फ्रेंस, माकपा, झामुमो, राजद, PDP, VCK, RUML, राकांपा और सपा समेत 16 दल शामिल हुए। सभी ने RVM प्रपोजल का विरोध किया।

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