आगरा। उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में एक दर्दनाक हादसा हुआ। हाईवे पर एक युवक के शव को वाहन रात भर रौंदते रहे थे। पुलिस हादसे में मौत की आशंका जता रही है, जबकि बहन ने हत्या कर शव फेंके जाने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भिंड के गोविंद नगर का रहने वाला 28 वर्षीय गौरव पुत्र गंगा प्रसाद बल्लभगढ़ (हरियाणा) में कार बनाने वाली एक कंपनी में काम करता था। सोमवार की सुबह उसका क्षत-विक्षत शव कीठम के सामने हाईवे पर मिला था। उसका खून और बचे-खुचे मांस इधर-उधर फैले थे, हड्डियां और कपड़े सड़क पर चिपक गए थे। बमुश्किल हड्डियों को इकट्ठा कर पोस्टमार्टम गृह भेजा गया। जिसने भी शव की स्थिति देखे उसके रोंगटे खड़े हो गए। कपड़ों में मिले आधार कार्ड के आधार पर पहचान कर परिजन को हादसे की सूचना दी गई।
आधार कार्ड से उसकी पहचान हुई थी। सोमवार की शाम को पिता और बहन अनीता आगरा पहुंचे। बहन ने बताया कि गौरव आठ वर्ष से बल्लभगढ़ की कृष्णा कालोनी में किराए पर रहता था। कंपनी में अनबन पर दो महीने पहले उसने नौकरी छोड़ दी थी।
वैष्णो देवी से दो सप्ताह पहले लौटा था गौरव
गौरव से 27 दिसंबर को बात की थी। उसने बताया कि दो सप्ताह पहले वैष्णो देवी से लौटा है। ठंड और कोहरा कम होने पर घर आएगा। नववर्ष पर उसका मैसेज नहीं आया। एक जनवरी को उसे फोन किया तो मोबाइल बंद था। बहन ने पुलिस आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों से फोन पर बात कर जांच की मांग की। प्रभारी निरीक्षक सिकंदरा आनंद कुमार शाही ने बताया कि दुर्घटना का अभियोग दर्ज किया है। काल डिटेल और मोबाइल की लोकेशन खंगाली जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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