राजौरी में हिंदू परिवारों पर आतंकी हमले में 4 की मौत, आज फिर हुआ धमाका

राजौरी। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सोमवार सुबह फिर IED ब्लास्ट हुआ। राजौरी के धांगरी में हुए धमाके में 2 लोगों के घायल होने की खबर है। इससे पहले रविवार को इसी जगह आतंकियों ने हिंदू बहुल इलाके में गोलियां बरसाकर चार लोगों की हत्या कर दी थी जबकि पांच लोग घायल हो गए। आतंकी वारदात के बाद लोगों में भारी आक्रोश है।

रविवार, 1 दिसंबर की शाम को आतंकियों ने राजौरी में अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल भी हुए। अगला हमला 1 जनवरी की शाम को ही श्रीनगर के जदीबल इलाके में हुआ। आतंकियों ने सीआरपीएफ की 28वीं बटालियन के बंकर पर ग्रेनेड से हमला किया फिर सोमवार, 2 दिसबंर की सुबह राजौरी में IED ब्लास्ट हुआ जिसमें दो लोग घायल हो गए।

राजौरी जिले में ही बीते 16 दिसंबर को सैन्य शिविर के बाहर गोलीबारी हुई थी, जिसमें 2 आम नागरिकों की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया था। सेना ने इस घटना के लिए अज्ञात आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, अधिकारियों ने पहले कहा था कि सेना के एक संतरी ने कथित रूप से गोलीबारी की जिससे लोग हताहत हुए। इस घटना के बाद स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए थे और इन हत्याओं के विरोध में शिविर पर पथराव किया था।

सांबा में रेल की पटरी के पास तोप का मिला गोला
वहीं, जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में रेलवे लाइन के पास रविवार को तोप का एक पुराना गोला मिला। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सांबा रेलवे स्टेशन के पास काली बाड़ी में रेलवे लाइन से करीब 150 मीटर की दूरी पर यह गोला देखा गया। उन्होंने कहा कि एक बम निरोधक दस्ते को घटनास्थल पर भेजा गया, जिसने गोले का निरीक्षण किया और उसे खाली पाया। अधिकारी ने कहा कि गोले को बाद में रख अंब-ताली पुलिस चौकी से साथ गए दल को सौंप दिया गया।

2022 में 172 आतंकी हुए ढेर
बता दें कि 2022 के आखिरी दिन ADGP कश्मीर विजय कुमार ने जानकारी दी कि गत वर्ष के दौरान कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच कुल 93 सफल मुठभेड़ हुईं जिसमें 42 विदेशी आतंकवादियों सहित 172 आतंकवादियों को मार गिराया। आतंकवादी (108) LeT/TRF संगठन से थे, उसके बाद JeM (35), HM (22), अल-बद्र (4) और AGuH (3) के थे।

आतंकियों की भर्ती में 37% की गिरावट
उन्होंने बताया कि इस साल, आतंकवादी संगठनों में 100 नई भर्तियों के साथ पिछले वर्ष की तुलना में इस आंकड़े में 37% की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम आतंकी (74) लश्कर में शामिल हुए हैं। कुल भर्ती में से 65 आतंकवादी मुठभेड़ में मार दिए गए, 17 गिरफ्तार हुए जबकि 18 आतंकवादी अभी भी सक्रिय हैं। इस साल मारे गए कुल 65 नए भर्ती आतंकवादियों में से 58 (89%) संगठनों में शामिल होने के पहले महीने के भीतर मार गिराए गए।

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