अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। इन चुनावों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मुंह की खानी पड़ी। जहां एकतरफ सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल समेत उनके मंत्रिमंडल के 16 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण करके सरकार का कामकाज संभाल लिया। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने इस हार पर आरोप लगाने शुरू कर दिए।
कांग्रेस पार्टी के संचार प्रभारी पवन खेड़ा ने इन चुनावों में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के मतदान के अंतिम घंटे में गुजरात की विभिन्न सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ा है। कांग्रेस पार्टी संचार प्रभारी पवन खेड़ा ने कहा कि मेरे पास बड़ौदा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र संख्या 144 रावपुरा का उदाहरण है, जहां शाम पांच बजे मतदान प्रतिशत 51 फीसदी था और शाम छह बजे यह 57.68 फीसदी हो गया। 281 बूथों पर 16,000 वोटों की बढ़त, यानी एक घंटे में प्रति बूथ पर 57 वोट, मानवीय रूप से संभव नहीं है।
पवन खेड़ा ने कहा, “इसके अलावा भी हमारे पास कई उदहारण हैं। हम अपने उम्मीदवारों से फॉर्म 17 सीएस एकत्र कर रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि गुजरात में दूसरे दौर के चुनाव के आखिरी एक घंटे में कितना प्रतिशत बढ़ा है। उन्होंने कहा, “औसतन 6.5 प्रतिशत, लेकिन आपने देखा होगा, जिन सीटों पर पिछले एक घंटे में 11.5 प्रतिशत वोट पड़े हैं। यह मानवीय रूप से असंभव है, क्योंकि औसतन प्रति वोट 60 सेकंड होना चाहिए। गुजरात में ऐसे कई पोलिंग बूथ हैं, जहां एक वोट के लिए 25 से 30 सेकंड का समय लगा है, जोकि मानवीय रूप से असंभव है। लेकिन गुजरात में ये सब हो गया।”
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि वडोदरा में कुछ सीट पर आख़िरी एक घंटे के मतदान में 10-12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने दावा किया कि इच्छाधारी वोट का यह नया मॉडल आ रहा है, साहेब की इच्छा करने से ही वोट पड़ जा रहे हैं। चुनाव-मुक्त भारत, लोकतंत्र-मुक्त भारत बनाने की कोशिश के ख़िलाफ़ गंभीरता से आवाज़ उठाने की जरूरत है। हालिया, गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 182 सदस्यीय विधानसभा में 156 सीट हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस 17 सीट पर सिमट गई।
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