गाजियाबाद। उद्यमी से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने वाले बदमाशों की मंगलवार देर रात पुलिस से मुठभेड़ हो गई। इसमें एक बदमाश को पैर में गोली लगी। पुलिस ने कुल तीन आरोपी गिरफ्तार किए हैं। रंगदारी मांगने वालों में उद्यमी का पूर्व ड्राइवर भी शामिल है।
कविनगर थाना क्षेत्र के राजनगर में रहने वाले उद्यमी आशीष गर्ग को 2 दिसंबर को एक फोन आया। फोन करने वालों ने बदमाश सुमित जाट का नाम लेकर 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। रंगदारी का पैसा देने के लिए उद्यमी को पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर बुलाया गया था। पैसा न मिलने पर उद्यमी के कत्ल की धमकी दी थी। सुमित जाट कुख्यात बदमाश है।
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि रंगदारी की कॉल मिलने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी। मंगलवार देर रात उन्हें सूचना मिली कि तीन बदमाश बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में आने वाले हैं। इस पर पुलिस टीम को तैनात कर दिया गया। मुखर्जी पार्क चौराहे के पास तीन बदमाश आते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश दीपक उर्फ गोलू घायल हो गया।
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि इनके नाम दीपक उर्फ गोल उर्फ गुलवा, अभिषेक कुमार उर्फ चिंटी निवासी गढ़ी सिकरोड और अंकित निवासी जालौन हैं। अंकित फिलहाल संजयनगर में परमहंस स्कूल के पीछे रह रहा था। उन्होंने बताया कि अभिषेक उर्फ चिंटू पूर्व में उद्यमी आशीष गर्ग का ड्राइवर रह चुका है और उसे उम्मीद थी कि रंगदारी के नाम पर रकम मिल सकती है।
उन्होंने बताया कि रंगदारी में इस्तेमाल किए गए दो फोन में से एक फोन उन्होंने मोरटा से एक श्रमिक से लूटा था और दूसरा फोन श्रमिकों के बच्चों से मांगकर कॉल की थी। उन्होंने पहले यू-ट्यूब पर सुमित जाट से संबंधित वीडियो देखी और फिर कॉल कर रंगदारी की रकम ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर बुलाया। दीपक उर्फ गोलू ने कॉल की थी।