गाजियाबाद। जिले में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद अब उसका असर भी नजर आने लगा है। सुरक्षित यातायात के साथ अपराधियों पर लगाम कसने के लिए यूपी गेट से लेकर भोजपुर तक 42 पॉइंट पर करीबन 250 CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। डासना में एक कंट्रोल रूम भी बनेगा, जिसका संचालन ट्रैफिक पुलिस करेगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) जल्द ही काम शुरू करेगी।
पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र और NHAI की टैक्निकल टीम के बीच इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसके बाद दोनों विभाग की टीमों ने यूपी गेट से लेकर मेरठ बॉर्डर तक सर्वेक्षण किया। इसके बाद विभिन्न पॉइंट पर CCTV कैमरे लगाने पर सहमति बनी है। पुलिस कमिश्नर अजय मिश्र ने बताया कि एक हफ्ते के भीतर ये काम शुरू होने की उम्मीद है। इससे यातायात व्यवस्था बेहतर होगी और अपराधियों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा।
कहां कैसे-कैसे कैमरे लगेंगे
- भोजपुर से डासना के बीच 13 पॉइंट पर 36 VIDS (वीडियो इंसीडेंट डिटेक्शन सिस्टम) कैमरे, 22 ANPR (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन) कैमरे लगेंगे। रसूलपुर टोल प्लाजा पर 2 PTZ (पेन टिल जूम) कैमरे लगाए जाएंगे।
- डासना से यूपी गेट के बीच 29 स्थानों पर 54 VIDS (वीडियो इंसिडेंट डिटेक्शन सिस्टम) कैमरे, 108 ANPR (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन) कैमरे लगेंगे। डासना टोल प्लाजा पर 14 PTZ (पेन टिल जूम) कैमरे लगेंगे।
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे एवं इससे सटे राष्ट्रीय राजमार्ग-9 के सभी एंट्री-एग्जिट द्वार और अंडरपासों पर भी कैमरे लगाए जाएंगे।
ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन: यह कैमरा तेज गति से दौड़ते वाहनों का नंबर पहचानकर फोटो क्लिक कर लेता है।
वीडियो इंसिडेंट डिटेक्शन सिस्टम: इसके जरिये कैमरों से मिली तस्वीरों की रियल टाइम मॉनिटरिंग होती है।
पीटीजेड कैमरे: ये कैमरे सिर्फ एक दिशा में नहीं, बल्कि चारों ओर घूम कर निगरानी करते हैं।
एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने कहा है कि एनई-तीन और एनएच-नौ पर वाहन चालक कोई भी नियम तोड़ता है तो उसका बचना नामुमकिन होगा। डासना में कंट्रोल रूम से ट्रैफिक पुलिस निगरानी कर सकेगी।