गाजियाबाद। बदहाल सिद्धार्थ विहार की सड़कों की आखिर आवास विकास के आला अधिकारियों को याद आ गई। यहाँ 50 मीटर चौड़ी सड़क बनाने के लिए शुक्रवार को मंजूरी दे दी गयी है। इसके निर्माण पर करीब 194 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
सिद्धार्थ विहार में टीएनटी गोलचक्कर से एनएच-9 की तरफ सड़क के नए सिरे से निर्माण को आवास-विकास के लखनऊ मुख्यालय ने मंजूरी दे दी है। पहले चरण में 50 मीटर चौड़ी सड़क दोनों ओर बनाई जाएगी। फरवरी-2023 में इस पर काम शुरू होगा। निर्माण पर कुल करीब 194 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सिद्धार्थ विहार में सेक्टर-7 से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के बीच करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी ये सड़क बनेगी। बताया जा रहा है कि एनएच-9 की तरफ सड़क पर कुछ काम गंगाजल परियोजना का बाकी है। इस काम के पूरा होते ही सड़क निर्माण शुरू हो सकेगा। सड़क के बनने से लाखों लोगों को फायदा होगा।
दरअसल बदहाल सड़कों पर कई वर्षों से निर्माण कार्य नहीं किये जाने से यह जर्जर हालत में थी और इसके चलते यहां रहने वाले लोग परेशान थे। जर्जर सड़कों की वजह से सिद्धार्थ विहार इलाके में 24 घंटे धूल उड़ती थी और इस वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ था। बारिश के मौसम में ये सड़कें तालाब बन जाती थीं। सड़क पर इतने गड्ढे थे की इसमें गिरकर वाहन चालक चोटिल हो जाते थे और वाहन खराब भी हो रहे थे। आवास-विकास विभाग को विभिन्न माध्यम से लोगों द्वारा कई बार निर्माण कार्य के लिए आग्रह किया गया था। इसके लिए कैंडल मार्च भी निकाले गए। कई बार प्रदर्शन हुए।
बढ़ते प्रदूषण की वजह से तीन किलोमीटर की इस सड़क को 16 नवंबर को एनजीटी और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बंद कर दिया था। इससे यहां रहने वालों की परेशानी बढ़ गई थी।
यहां रहने वाले और इस सड़क का इस्तेमाल करने वालोँ को वैकल्पिक मार्ग के रूप में न्यू लिंक रोड़ का इस्तेमाल करना पड़ रहा था।