अंग्रेजों से पैसे लेते थे सावरकर, आरएसएस ने ब्रिटिश राज का समर्थन किया: राहुल गाँधी

File Photo

तुरुवेकरे। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का शनिवार को 31वां दिन है। राहुल गांधी ने शनिवार को कर्नाटक के तुरुवेकरे में 34 मिनट की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर मैं अपना कोई विचार नहीं रखना चाहता। दोनों उम्मीदवार अपनी क्षमता से चुनाव लड़ रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने आरएसएस और वीर सावरकर पर निशाना साधा।

राहुल गाँधी ने कहा कि हमारी भारत जोड़ो यात्रा भाजपा व आरएसएस द्वारा फैलाई गई हिंसा व नफरत के खिलाफ है। हम भारत को जोड़ने निकले हैं। उन्होंने पीएफआई के सवाल पर कहा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि नफरत फैलाने वाला व्यक्ति कौन है और वह किस समुदाय से आता है। नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र विरोधी कार्य है और हम ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है संविधान पर विश्वास रखती है।

भारत के विभाजन को लेकर पूछे गए एक सवाल पर राहुल ने कहा- आजादी की लड़ाई में सावरकर अंग्रेजों के लिए काम करते थे और उसे इसके लिए पैसे मिलते थे। राहुल ने आगे कहा- RSS ने भी ब्रिटिश राज का समर्थन किया था और आज उनकी नफरत के खिलाफ ही भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है।

अडानी के खिलाफ नहीं, मोनोपॉली का विरोध
इसके बाद राजस्थान में अडानी समूह के इन्वेस्टमेंट करने के सवाल पर भी राहुल बोले। उन्होंने कहा- मैं कॉर्पोरेट के खिलाफ नहीं हूं। मैं मोनोपॉली के खिलाफ हूं। राजस्थान में प्रक्रिया के हिसाब से वहां सब कुछ सही है। सरकार ने कोई पावर यूज कर वहां अडानी को फायदा नहीं पहुंचाया है। अगर, कभी फायदा पहुंचाया जाएगा, तो मैं सबसे पहले विरोध करुंगा।

Exit mobile version