लता मंगेशकर के नाम पर अयोध्या के चौक का हुआ नामकरण, पीएम मोदी बोले- राम मंदिर निर्माण से खुश थीं दीदी

अयोध्या। दिवंगत गायिका लता मंगेशकर का आज यानी 28 सितंबर को 93वां जन्म दिवस है। इस अवसर पर उनके सम्मान में अयोध्या में एक चौक का निर्माण किया गया है। जिसका उद्घाटन सीएम योगी ने किया। इस कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी ने एक वीडियो संदेश भेजा। पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर चौक के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि राम मंदिर शिलान्यास को लेकर लता दीदी काफी भावुक थीं। उन्होंने राम मंदिर निर्माण पर काफी खुश थीं। उन्होंने इस चौक के उद्घाटन को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को बधाई दी। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि लता मंगेशकर के साथ हमारी काफी यादें जुड़ी हुई हैं।

पीएम मोदी ने अवसर पर भेजे गए अपने एक संदेश में कहा- “लता दीदी के साथ जुड़ी मेरी कितनी ही यादें हैं, कितनी ही भावुक और स्नेहिल स्मृतियां हैं। जब भी मेरी उनसे बात होती, उनकी वाणी की युग-परिचित मिठास हर बार मुझे मंत्र-मुग्ध कर देती थी। दीदी अक्सर मुझसे कहती थी कि मनुष्य उम्र से नहीं, कर्म से बड़ा होता है।” आगे पीएम मोदी ने कहा कि लता दीदी, मां सरस्वती की एक ऐसी ही साधिका थीं, जिन्होंने पूरे विश्व को अपने दिव्य स्वरों से अभिभूत कर दिया।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में लता मंगेशकर चौक पर स्थापित की गई मां सरस्वती की विशाल वीणा संगीत की साधना का प्रतीक बनेगी। अपने संदेश में पीएम मोदी ने सीएम योगी की भी इस चौक के लिए जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा- “मैं इस अभिनव प्रयास के लिए योगी जी की सरकार का, अयोध्या विकास प्राधिकरण का और अयोध्या की जनता का हृदय से अभिनंदन करता हूं।”

प्रधानमंत्री बोले, “जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन संपन्न हुआ था, तो मेरे पास लता दीदी का फोन आया था। वो बहुत खुश थीं, आनंद में थी। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि आखिरकार राम मंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है। आज मुझे लता दीदी का गाया वो भजन भी याद आ रहा है, ‘मन की अयोध्या तब तक सूनी, जब तक राम ना आए’। अयोध्या के भव्य मंदिर में श्रीराम आने वाले हैं और उससे पहले करोड़ों लोगों में राम नाम की प्राण प्रतिष्ठा करने वाली लता दीदी का नाम अयोध्या शहर के साथ हमेशा के लिए स्थापित हो गया है।”

भारत की संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा दायित्व
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की हजारों वर्ष पुरानी विरासत पर गर्व करते हुए, भारत की संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाना, ये भी हमारा दायित्व है। प्रभु राम तो हमारी सभ्यता के प्रतीक पुरुष हैं। राम हमारी नैतिकता के, हमारे मूल्यों, हमारी मर्यादा, हमारे कर्तव्य के जीवंत आदर्श हैं। अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक, राम भारत के कण-कण में समाये हुए हैं।

तुलसीदास, वाल्मीकि के नाम भी चौराहे बनेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लता मंगेश्कर चौक का लोकार्पण किया। इस मौके पर उनके साथ केन्द्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी सहित कई मंत्री व नेता मौजूद रहे। सीएम योगी ने कहा कि राम के प्रति जिसने जो कुछ भी किया है, उसकी कृतज्ञता की शुरुआत लता चौक से हो गई है। तुलसीदास, वाल्मीकि के नाम पर भी चौराहे बनेंगे। विकास हमारी प्राथमिकता है। पूरे विश्व से अयोध्या सीधे जुड़ेगी। अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है। सावन में काशी में एक करोड़ भक्त आए। शारदा और लक्ष्मी की कृपा अयोध्या पर बरसने वाली है। अयोध्या शोध संस्थान की पत्रिका के 10 अंकों का विमोचन सीएम योगी ने किया।

क्या है चौक की खासियत
अयोध्या में सरयू नदी के किनारे पर स्थित लता मंगेशकर चौराहा भव्य रूप से बनाया गया है इसे बनाने में 7.9 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस चौक का मुख्य आकर्षण एक वीणा है, जिसे यहां लगाया गया है। यह वीणा 14 टन वजनी, 40 फीट लंबी और 12 मीटर ऊंची है। अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव सत्येंद्र सिंह ने बताया कि लता मंगेशकर चौक पर लगाई गई वीणा का निर्माण पद्मश्री राम सुतार ने दो महीने के अंदर किया है।

पहले क्या था नाम
लता मंगेशकर के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के प्रमुख चौक का नाम लता मंगेशकर के नाम पर किए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद इस चौक के निर्माण की जिम्मेदारी यूपी सरकार ने ली थी और खुद सीएम योगी इसके निर्माण कार्य की निगरानी कर रहे थे। अयोध्या में नयाघाट चौराहा अब लता मंगेशकर चौक के रूप में जाना जाएगा।

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