उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपितों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद की नेपाल भागने की तैयारी थी। एनआइए की जांच में यह जानकारी सामने आई है।
नेपाल जाने में उनको हैदराबाद का एक व्यक्ति मदद करता, जो उसी दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़ा था, जिससे ये दोनों आरोपित जुड़े थे। पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में कन्हैयालाल हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपितों को लेकर उदयपुर आई एनआइए की टीम ने उक्त राज उजागर किया है। इसमें उसने बताया कि आरोपितों ने पहले प्लान पर काम किया, मगर वे राजसमंद जिले के भीम कस्बे में पकड़े गए।
आरोपियों ने भागने के लिए दो प्लान तैयार किए थे। पहला प्लान, जिसमें वह राजसमंद होकर अजमेर पहुंचकर वहां एक दरगाह में ठहरने वाले थे और बाद में सड़क मार्ग के जरिये उत्तर प्रदेश और बिहार होते हुए नेपाल चले जाते। दूसरा प्लान यह था कि वह वीडियो वायरल नहीं करते तो कुछ दिन उदयपुर में ही बिताते और बाद में नेपाल चले जाते।
28 जून को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि 28 जून को उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में सुप्रीम टेलर्स के संचालक कन्हैयालाल की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। आरोपित मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने हत्या का वीडियो भी बनाया था। साथ ही हत्या की जिम्मेदारी लेने का भी वीडियो बनाया था। दोनों वीडिया इंटरनेट मीडिया पर वायरल किए थे। इस मामले में अब तक नौ आरोपितों को एनआइए गिरफ्तार कर चुकी है।