दिल्ली। दिल्ली में एक्साइज पॉलिसी में गड़बड़ी, डीटीसी बस टेंडर में घोटाले की सीबीआई जांच के आदेश और अब पार्टी के दो विधायक दंगा और थाने में पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले में दोषी करार दिए गए हैं। कोर्ट ने आप विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी, संजीव झा समेत 15 अन्य लोगों को दोषी करार दिया है। विधायकों की सजा का ऐलान 21 सितंबर को होगा।
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 7 सितंबर के अपने आदेश में कहा है कि पुलिस ने जो सबूत पेश किए हैं उनसे से साफ है कि दोनों AAP विधायक( बुराड़ी से विधायक संजीव झा और मॉडल टाउन के विधायक संजीव झा) न केवल दंगाई भीड़ में शामिल थे बल्कि उन्होंने नारेबाजी कर भीड़ को उकसाने का भी काम किया जिसके चलते भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। उन्होंने लोगों को हिंसक होने के लिए प्रोत्साहित किया।
अदालत ने आप विधायकों के साथ ही बलराम झा, श्याम गोपाल गुप्ता, किशोर कुमार, ललित मिश्रा, जगदीश चंद्र जोशी, नरेंद्र सिंह रावत, नीरज पाठक, राजू मलिक, अशोक कुमार, रवि प्रकाश झा, इस्माइल इस्लाम, मनोज कुमार, विजय प्रताप सिंह, हीरा देवी और यशवंत को भी दोषी करार दिया। वहीं, दस आरोपितों गोरा चंद दास, विनोद सिंह, अत्मा संतोष, रोशन कुमार मिश्रा, नरेंद्र कुमार पुत्र सोनी, नरेंद्र यादव उर्फ ठेकेदार, शशि मोहन, बसंत गोस्वामी, प्रेम शंकर और अरुण झा को आरोपों से बरी कर दिया।
सुनवाई के दौरान ‘आप’ विधायकों के वकील ने कहा कि जिस प्रदर्शन को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया, वह शांतिपूर्ण था। बचाव पक्ष के वकील की दलील थी कि उनके मुवक्किल विधायक भीड़ को शांत करने वहां पहुंचे थे। अदालत ने पूरे मामले पर सुनवाई के दौरान पाया कि पुलिस आरोपी विधायक झा व त्रिपाठी पर आरोप साबित करने में सफल रही। पुलिस ने यह साबित कर दिया कि घटना के समय दोनों विधायक वहां मौजूद थे। यहां तक की भीड़ को भड़काने में भी उनकी अहम भूमिका थी। हालांकि, कोर्ट ने इस मामले में सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने व आपराधिक साजिश के आरोपों को खारिज कर दिया है।
साल 2015 की है घटना
20 फरवरी, 2015 की रात की घटना है। बुराड़ी इलाके में दो बच्चों के साथ जबरदस्ती का मामला सामने आया था। मामले की शिकायत को लेकर स्थानीय लोग थाने पहुंचे थे। लोगों का आरोप था कि पुलिस दुष्कर्म के आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। लोगों का कहना था कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं कर रही है। लोगों ने घटना की शिकायत स्थानीय आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा से की। विधायक मामले की जानकारी के बाद थाने पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद विधायक की थाने में मौजूद पुलिस कर्मी से बहसबाजी हुई। आप विधायक का आरोप था कि पुलिसकर्मी ने उनके ऊपर बंदूक तान दी। स्थानीय लोगों के अनुसार पुलिसकर्मी ने विधायक संजीव झा से कहा था कि पुलिस स्टेशन से बाहर जाओ वर्ना रायफल से ही विधायक बना देंगे।
विधायक के साथ बदसलूकी के बाद थाने पहुंची भीड़
आप विधायक के साथ बदसलूकी की खबर जैसे ही इलाके में पहुंची तो सैकड़ों आप कार्यकर्ता थाने के बाहर एकत्रित हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। बुराड़ी थाने में आप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर टकराव हुआ। लाठीचार्ज में कई आप कार्यकर्ता घायल हुए। पुलिस का कहना था कि लोगों ने पत्थरबाजी की। इसके बाद उन्हें मजबूरी में लाठी चार्ज करना पड़ा। इस टकराव में 9 पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए थे। इसके अलावा पुलिस की 4-5 गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई थीं। पुलिस ने उस समय 7 लोगों को गिरफ्तार किया था।