रांची। झारखंड की राजधानी रांची के अरगोड़ा पुलिस ने एक युवती को प्रताड़ित करने के मामले में पूर्व आईएएस महेश्वर पात्रा की पत्नी व भाजपा नेत्री सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया है। महिला से थाना में पूछताछ की जा ही है। इस मामले में सीमा पात्रा के अलावा उसकी बेटी की गिरफ्तारी हो सकती है। पात्रा गिरफ्तारी के डर से फरार होने की कोशिश में थी, उससे पहले अरगोडा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पिछले दो दिनों से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
29 साल की एक आदिवासी दिव्यांग लड़की को रिटायर्ड IAS महेश्वर पात्रा की पत्नी ने रांची के अशोक नगर स्थित घर में काम करने के बहाने उसे 8 साल से घर में कैद करके रखा था। पीड़ित का नाम सुनीता है। उसने बताया कि उसे भरपेट खाना नहीं दिया जाता था। रॉड से पीटा जाता था और गर्म तवे से जलाया जाता था। फिलहाल उसे कैद से छुड़ाकर रांची रिम्स में भर्ती कराया गया है। इधर, सीमा पात्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगाए सभी आरोप झूठे हैं। मुझे फंसाया गया है।
पुलिस ने मंगलवार को पीड़िता का कोट में 164 के तहत बयान दर्ज कराया था। पीड़िता को फिर से रिम्स में भर्ती करा दिया गया है। पुलिस का कहना है कि पीड़िता गुमला की रहने वाली है। आठ साल पहले वह रांची में रहकर लोगों के घरों का काम करती थी। इसी बीच पीड़िता आरोपित सीमा पात्रा के घर काम मांगने पहुंंची।
पीड़िता को काम तो मिल गया लेकिन उसे नहीं पता था कि वह इसके बाद आरोपित के घर से कभी बाहर नहीं निकल पाएगी। पुलिस को पीड़िता के घरवालों के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि सीमा पात्रा का बेटा आयुष्मान उसे कई बार बचाने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो पाया। आयुष्मान उसे बचाने की कोशिश करता था इस वजह से सीमा ने अपने बेटे को पागल बना दिया।
पात्रा दंपती के कैद से ऐसे निकली युवती
सुनीता ने एक दिन किसी तरह मोबाइल पर सरकारी कर्मचारी विवेक आनंद बास्के को मैसेज भेजकर अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में जानकारी दी। सूचना पर अरगोड़ा थाने में शिकायत दर्ज की गई। इसके बाद रांची पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने सुनीता को रेस्क्यू किया।