दुमका। झारखंड के दुमका में अंकिता की मौत के बाद भारी विरोध और प्रदर्शन के बीच हत्याकांड में दूसरे आरोपी नईम उर्फ़ छोटू खान को गिरफ्तार कर लिया है। शाहरुख के लिए नईम ही पेट्रोल लेकर आया था, जिसे अंकिता के ऊपर डालकर आग लगा दी गई थी।
अंकिता की हत्या के विरोध में झारखंड की उपराजधानी दुमका शहर बंद है। धारा 144 लागू है। अंकिता पर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाला शाहरुख अब जेल में है और दूसरा आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में है। लेकिन लोग उसे जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग को लेकर सड़कों पर हैं। सोमवार सुबह दुमका के जरूआडीह मुहल्ले से अंकिता की अंतिम यात्रा पुलिस के भारी पहरे के बीच निकली। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल रहे, जो अंकिता के हत्यारे को फांसी देने की मांग कर रहे थे। उसके दादा अनिल सिंह ने मुखाग्नि दी, तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो उठीं। पिता, भाई और परिजन दहाडें मारकर रोने लगे।
अंतिम यात्रा में जिले के डीसी रविशंकर शुक्ला और एसपी अंबर लकड़ भी मौजूद रहे। लोग इस बात पर भी गुस्से में हैं कि अंकिता जब अस्पताल में जिंदगी-मौत से जूझ रही थी, तब सरकार के किसी नुमाइंदे ने उसकी और उसके परिजनों की सुध नहीं ली।
अंकिता हत्याकांड में पक्षपात के आरोपों से घिरे पुलिस अधिकारी नूर मुस्तफा को केस की जांच से हटा दिया गया है। एसडीपीओ नूर मुस्तफा पर अंकिता के कातिल शाहरुख से पक्षपात और उसे बचाने की कोशिश का आरोप लग रहा था। हालांकि, उनके खिलाफ कोई ऐक्शन नहीं लिया गया है, जैसाकि भाजपा मांग कर रही थी। दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने कहा कि एसडीपीओ नूर मुस्तफा को मामले की निगरानी से हटा दिया गया है। उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। अब मामले की जांच निरीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारी करेंगे, जिसकी निगरानी एसपी स्तर के अधिकारी करेंगे।
इससे पहले बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने अंकिता को नाबालिग बताते हुए पोक्सो कानून के तहत केस दर्ज करने को कहा है। समिति ने कहा कि छात्रा की 10वीं के मार्कशीट के मुताबिक उसकी उम्र 16 साल के आसपास थी और वह बालिग नहीं थी जैसा कि पुलिस ने दावा किया। आरोप था कि एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने अंकिता को बालिग बताया था।
गौरतलब है कि 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में शाहरुख नाम के युवक ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। उसने खिड़की से पेट्रोल छिड़क कर उसके शरीर में आग लगा दी थी। करीब 90 प्रतिशत जल चुकी अंकिता ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में नईम का भी नाम लिया था। उसने बताया था कि शाहरुख और नईम ने उस पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी। अंकिता ने रिम्स में इलाज के दौरान शनिवार रात दम तोड़ दिया।
मुख्यमंत्री ने की सहायता राशि देने की घोषणा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए कहा है कि, “यह हृदय विदारक है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।” इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अंकिता के परिजनों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा के साथ ही घृणित घटना का फास्ट ट्रैक से जांच का निर्देश दिया। सीएम ने कहा कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक को भी उक्त मामले में एडीजी रैंक अधिकारी से जांच की प्रगति पर शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा है।