कोलम्बो। श्रीलंका में जारी आर्थिक संघर्ष और सियासी उथल-पुथल जारी है। इस राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे मालदीव छोड़कर सिंगापुर जा चुके हैं। उन्होंने अब तक इस्तीफा भी नहीं दिया है।
गोटबाया राजपक्षे मालदीव से सिंगापुर के लिए निजी जेट के जरिए उड़ान भरने का इंतजार कर रहे हैं। यह रिपोर्ट श्रीलंका के डेली मिरर ने दी। डेली मिरर ने समाचार प्रकाशित किया है कि राजपक्षे किसी भी वक्त मालदीव की राजधानी माले से सिंगापुर जा सकते हैं। हालांकि अभी भी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राजपक्षे फिलहाल मालदीव में है या सिंगापुर पहुंच चुके हैं।
गौरतलब है कि गोटबाया राजपक्षे को 13 अप्रैल को ही अपने इस्तीफे की घोषणा करनी थी, लेकिन इससे पहले वे देश छोड़कर भाग गए। राजपक्षे को मालदीव के संसद अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने देश छोड़ने में मदद की थी। निर्वासन के दौरान नशीद श्रीलंका में रहे थे और दोनों में काफी करीबी संबंध है। इस बीच श्रीलंकाई स्पीकर के ऑफिस की ओर से जानकारी दी गई है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अभी तक श्रीलंकाई संसद को इस्तीफा नहीं सौंपा है।
श्रीलंका में कर्फ्यू जारी
गोटबाया राजपक्षे और सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध के बीच श्रीलंका में राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगा दिया गया है। गुरुवार सुबह तक देशव्यापी कर्फ्यू लगा दिया गया है। बुधवार सुबह कोलंबो स्थित श्रीलंकाई प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रदर्शनकारी घुस गए और अब भी यहां मौजूद हैं। गौरतलब है कि श्रीलंका में आपातकाल लागू कर दिया गया है और पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
प्रदर्शनकारी अब प्रधानमंत्री PM रानिल विक्रमसिंघे को भी हटाने की मांग कर रहे हैं। बुधवार को प्रदर्शनकारी पीएम ऑफिस के पास जमा हो गए थे। हजारों प्रदर्शनकारियों ने आपातकाल को धता बताते हुए और श्रीलंका के झंडे लहराते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय का घेराव किया। विक्रमसिंघे ने कहा कि कुछ प्रदर्शनकारी ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर कब्जे की योजना बनाई और राष्ट्रपति को मालदीव जाने के लिए वायुसेना का विमान उपलब्ध कराने पर वायु सेना के कमांडर के आवास को घेर लिया।