मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच शिवसेना नेता संजय राउत को बड़ा झटका लगा है। जमीन घोटाले के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने संजय राउत को कल यानि मंगलवार सुबह 11 बजे पेश होने को कहा है। ईडी 1,034 करोड़ रुपए के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता की संपत्ति को अटैच कर चुका है।
संजय राउत को ये समन प्रवीण राउत और पात्रा चॉल भूमि घोटाले से जुड़े मामले में भेजा गया है। यह मामला 2007 का है। तब महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन की सरकार थी। मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख थे। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 1034 करोड़ रुपये से अधिक के भूमि घोटाले के सिलसिले में गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन नाम की एचडीआईएल (हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की सहयोगी कंपनी के निदेशकों में से एक प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर चुका है।
प्रवीण राउत और सारंग को 2020 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। दोनों से पूछताछ में संजय राउत का कनेक्शन सामने आया। प्रवीण राउत शिवसेना सांसद संजय राउत के दोस्त हैं। प्रवीण का नाम भी पीएमसी बैंक घोटाला मामले में सामने आ चुका है। पता चला कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज दिया था जिसका इस्तेमाल राउत परिवार ने दादर में एक फ्लैट खरीदने के लिए किया था। इसे लेकर ईडी ने वर्षा और माधुरी राउत के बयान दर्ज किए थे।
पांच अप्रैल को पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने शिवसेना सांसद संजय राउत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति कुर्क कर ली थी। इस कार्रवाई के तहत जांच एजेंसी ने राउत के अलीबाग स्थित आठ प्लॉट और दादर में एक फ्लैट को कुर्क किया था।
ईडी का नोटिस आने के बाद राउत ने भी प्रतिक्रिया दी है। राउत ने कहा कि मुझे अभी-अभी पता चला है कि ED ने मुझे तलब किया है। महाराष्ट्र में ये बड़े राजनीतिक घटनाक्रम हैं। हम बालासाहेब के शिवसैनिक एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह मुझे रोकने की साजिश है। भले ही आप मुझे मार दें लेकिन मैं गुवाहाटी मार्ग नहीं लूंगा। मुझे गिरफ्तार करो!