गाजियाबाद: रिक्शा ठेला पर मरीज को अस्पताल ले जाने पर चिकित्सक समेत दो बर्खास्त

गाजियाबाद। रिक्शा ठेला पर महिला मरीज को अस्पताल ले जाने पर लापरवाही बरतने के आरोप में चिकित्सक समेत दो को बर्खास्त कर दिया गया है। इस मामले में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के जांच का आदेश दिया था जिसके बाद सीएमओ डॉक्टर भवतोष शंखधर ने डॉक्टर शील वर्मा और वार्डबॉय मयंक को बर्खास्त कर दिया है। दोनों संविदा पर कार्यरत थे। ऐसे में उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।

बुधवार को एक भाई के द्वारा बहन को रिक्शा ठेला में लाने की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। साहिबाबाद बी-ब्लाक की झुग्गियों में रहने वाली महिला को उसका भाई रिक्शा ठेली में डालकर जिला एमएमजी अस्पताल लेकर पहुँचा। उसका कहना था कि एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो पाई थी, इसलिए वह रिक्शा ठेला से मरीज को लेकर आया। अस्पताल में उसे स्ट्रेचर तक नहीं मिला। वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने इसका संज्ञान लिया। उन्होंने उक्त प्रकरण के संबंध में जांच कर दोषियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट 25 जून तक उपलब्ध कराए जाने के आदेश दिए हैं।

सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डा. मनोज कुमार चतुर्वेदी को जांच कराने के निर्देश दिए। सीएमएस ने डा. एके दीक्षित, डा. संतराम वर्मा और डा. पंकज शर्मा से इस प्रकरण की जांच कराई। जांच के दौरान लापरवाही बरतने के आरोपित डा. शील वर्मा और वार्ड ब्वाय मयंक के बयान लिए गए। जांच में पाया गया कि डा. शील वर्मा ने घोर लापरवाही बरती।

जांच रिपोर्ट में कहा गया कि महिला मरीज जब रिक्शा ठेले पर आई तो वार्डबॉय ने उसको स्ट्रेचर मुहैया नहीं कराया। डॉक्टर ने भी ठेले पर ही आकर महिला को देखा और वहीं से उसको रेफर कर दिया। जांच रिपोर्ट सीएमओ, डीएम,मंडलायुक्त के साथ ही महानिदेशक स्वास्थ्य को भेज दी गई है। सीएमओ डा.भवतोष शंखधर ने बताया कि जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इसी के आधार पर लापरवाही बरतने पर डा.शील वर्मा और वार्ड ब्वाय मयंक की सेवाएं समाप्त कर दी गई है।

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