नई दिल्ली। देश के सर्वोच्च पद यानी राष्ट्रपति के लिए 18 जुलाई को वोटिंग है। NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू 24 जून को अपना नामांकन दाखिल करेंगी। वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी। नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अंतिम तिथि 29 जून है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को बीजेपी मुख्यालय में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद मुर्मू के नाम का एलान करते हुए कहा कि इस बार पार्टी नेताओं के बीच राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए 20 नामों पर चर्चा हुई। इसमें तय हुआ कि इस बार चुनाव के लिए पूर्वी भारत से कोई, महिला और आदिवासी होना चाहिए।
केंद्र सरकार ने द्रौपदी मुर्मू को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों द्वारा 24 घंटे ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सशस्त्र सुरक्षा मुहैया कराई है। मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय से मंगलवार शाम को मिले आदेश के बाद सीआरपीएफ ने बुधवार सुबह से मुर्मू को सुरक्षा मुहैया कराई है।
ओडिशा की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू इससे पहले झारखंड की पहली महिला आदिवासी राज्यपाल भी रह चुकी हैं। उनको राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कई नेताओं ने उनको शुभकामनाएं दी। पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर कहा कि “मुझे भरोसा है कि द्रौपदी मुर्मू हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू ने अपना जीवन समाज की सेवा व गरीबों, दलितों तथा हाशिए पर खड़े लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित किया है।”
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर खुशी जताई है। इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी का भी धन्यवाद किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाना खुशी की बात है। द्रौपदी मुर्मू एक आदिवासी महिला हैं। एक आदिवासी महिला को देश के सर्वोच्च पद के लिए उम्मीदवार बनाया जाना अत्यंत प्रसन्नता की बात है।’
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा सरकार में मंत्री तथा इसके पश्चात् झारखण्ड की राज्यपाल भी रह चुकीं हैं। कल प्रधानमंत्री मोदी ने बात कर इसकी जानकारी दी थी कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी को भी इसके लिए हृदय से धन्यवाद।’