कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले हफ्ते हुई हिंसा के सिलसिले में मंगलवार को 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही हिंसा के मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 50 हो गई है। इस बीच शहर काजी अब्दुल कुद्दूस ने कहा है कि यदि कानपुर में किसी के घर पर बुलडोजर चला तो सारे मुसलमान कफन बांधकर निकल पड़ेंगे। काजी ने कहा कि अब तो जो गिरफ्तारियां हुईं हैं वह हमारे हिसाब से ज्यादा हैं क्योंकि झगड़ा इतना बड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोई गलती हुई तो 20-25 लड़कों को अंदर करना चाहिए था, लेकिन अब 50 हो गए हैं।
काजी कुद्दूस ने कहा, ‘NRC का मैटर आया तो एक बहुत बड़ा एपिसोड था, और उसमें गिरफ्तारियां हुईं। उसको देखते हुए यह छोटा मसला था, इतना बढ़ गया, इतना नहीं होना चाहिए। हां, अगर कोई गलती हुई तो 20-25 लड़कों को अंदर कर दिया जाना चाहिए था, इतने में कोई हर्ज की बात नहीं। अब 50 हो गए, अभी गिरफ्तारी का सिलसिला चल रहा है। मैंने कमिश्नर साहब से मुलाकात कर यह गुजारिश की है कि गिरफ्तारियां अब ज्यादा हो चुकी हैं, इसको बंद कर दीजिए।
‘पुलिस गिरफ्तारी के मामले में एकतरफा कार्रवाई कर रही है’
काजी ने कहा कि उन्होंने कमिश्नर से गुजारिश की है कि सबको माफ कर दीजिए, चाहे वह हिंदू हों या मुस्लिम। उन्होंने कहा कि जो भी हैं, सबको माफ कर दीजिए, सब अपने भाई हैं। काजी ने कहा कि बच्चे हैं, उनसे गलती हो गई है, मामला खत्म हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यदि गिरफ्तारी हो भी रही है तो सिर्फ एकतरफा कार्रवाई हो रही है। 90 से 95 पर्सेंट मुसलमानों की गिरफ्तारी हो रही है, बस 2-4 पर्सेंट उनकी गिरफ्तारी हो रही है। गिरफ्तारी बराबर से होनी चाहिए। इस मसले को लेकर शहर में काफी बेचैनी है। बेगुनाहों की गिरफ्तारियां ज्यादा हो रही हैं।’
‘ऐसी हालत में हम सिर पर कफन बांधकर निकल पड़ेंगे’
इस सवाल पर कि अगर कानपुर प्रशासन दंगाइयों के घरों पर बुलडोजर चलाएगा तो उनका ऐक्शन क्या होगा, काजी ने कहा कि ऐसी हालत में हम कफन बांधकर निकल पड़ेंगे। काजी ने कहा कि अगर इस तरह का कदम उठाया गया तो हम सिर पर कफन बांधकर निकल आएंगे मैदान में। ज्यादा दिन इंतजार नहीं कर पाएंगे। ज्यादती और सब्र की इंतेहा हो रही है। हम कानून तो तोड़ते नहीं हैं, न कभी हमने कानून तोड़ा है। लेकिन हमें मरने का तो हक है, तो सिर पर कफन बांधकर निकल पड़ेंगे। जब आपको हमारे ऊपर ज्यादती ही करनी है, बच्चों को गिरफ्तार ही करना है, तो हम यही करेंगे फिर।’