नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ‘शॉट’ नामक डियोड्रेंट के विवादास्पद विज्ञापन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इस विज्ञापन के संबंध में शिकायतें आने के बाद इसे निलंबित करने का आदेश जारी किया गया है।
इस संबंध में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह विज्ञापन महिलाओं का गलत चित्रण करता है और रेप कल्चर को बढ़ावा देने वाला है। इसमें सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि यूट्यूब और ट्विटर को पत्र भेजकर अपने प्लेटफॉर्म से इसे हटाने का आदेश दिया गया है। पत्र में मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यह सूचना प्रौद्योगिकी के संबंध में जारी दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड 2021 का उल्लंघन है।
इस संबंध में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मलीवाल ने कहा है कि लेयर’र शॉट डियोड्रेंट का विज्ञापन देश में बलात्कार की मानसिकता को स्पष्ट रूप से बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस भी जारी किया है कि प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए और विज्ञापन सभी प्लेटफार्मों से तुरंत हटा दिया जाना चाहिए। रिपोर्ट में ट्विटर यूजर्स के हवाले से कहा गया कि ये विज्ञापन इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड क्रिकेट मैच के दौरान प्रसारित किए गए थे।
बॉडी स्प्रे शॉट के एड में दिखाया गया कि एक कमरे में तीन लड़के आते हैं। उस कमरे में एक लड़का एक लड़की के साथ पहले से ही बैठा रहता है। वे दोनों एक बेड पर बैठे हुए रहते हैं। तीनों लड़के जब कमरे में आते हैं, तो लड़की सहम जाती है। उन तीनों में से एक लड़का कमरे में मौजूद लड़के से पूछता है कि शॉट तो मारा होगा। इस बात से वहां मौजूद लड़की गुस्सा जाती है। तब लड़का जवाब देता है कि हां मारा है। इसके बाद वे लड़के कहते हैं कि अब हमारी बारी है।
दूसरा वीडियो भी विवादित
लेयर के शॉट बॉडी स्प्रे के दूसरे वायरल वीडियो में चार लड़के एक स्टोर में दिखाई देते हैं। वे स्टोर में उस जगह जाते हैं, जहां परफ्यूम रखे होते हैं। वहां, पहले से एक लड़की मौजूदा होती है। साथ ही शॉट का एक शीशी भी रखी होती है। तभी लड़के बात करते हैं कि हम चार है और यहां सिर्फ एक है, तो शॉट कौन लेगा। तभी लड़की पीछे मुड़ती है और वह उन लोगों की बातों से डरी हुई दिखाई देती है। लड़की के चेहरे पर गुस्सा भी दिखता है। उसे लगता है कि वे लोग उसके बारे में बात कर रहे थे।