नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी सांसद राहुल गांधी को तलब किया है। 8 जून को सोनिया गाँधी से पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा राहुल गांधी को 2 जून को बुलाया गया है लेकिन राहुल गांधी विदेश में हैं और उन्होंने पेशी के लिए दूसरी तारीख देने की मांग की गई है।
एजेंसी ने नेशनल हेराल्ड केस की जांच में दोनों नेताओं को शामिल होने को कहा है। इस केस में ED ने कांग्रेस के 2 बड़े नेता पवन बंसल और मल्लिकार्जुन खड़गे को बीते 12 अप्रैल को जांच में शामिल किया था। 2014 में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसमें स्वामी ने गांधी परिवार पर 55 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया था।
गांधी परिवार के खिलाफ ईडी के समन के बाद सियासी बयानबाजी शुरू हो चुकी है। कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘नेशनल हेराल्ड मामले में साजिश के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ED ने नोटिस भेजा है। लेकिन हम डरेंगे नही, झुकेंगे नहीं… सीना ठोक कर लड़ेंगे।’ अभिषेक मनु सिंघवी ने भाजपा पर अपने राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगया है।
सोनिया और राहुल गांधी समेत इन नेताओं पर हैं आरोप
सुब्रमण्यम स्वामी ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दिवंगत नेता मोतीलाल वोरा, पत्रकार सुमन दुबे और टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा पर आरोप लगाए थे। उनका आरोप था कि यंग इंडिया लिमिटेड के जरिए गलत तरीके से इसका अधिग्रहण किया गया है और कांग्रेस नेताओं ने 2,000 करोड़ रुपये तक की संपत्ति हथिया ली। इस मामले की जांच 2014 में ईडी की ओर से शुरू की गई थी। कांग्रेस इस मामले को लेकर कहती रही है कि यंग इंडिया लिमिटेड का मकसद प्रॉफिट कमाना नहीं है बल्कि इसका गठन चैरिटी के लिए किया गया है।