हार पर छलका चीनी खिलाड़ी का दर्द, बोली- पीरियड्स की वजह से मिली मात, काश मैं लड़का होती

पहली बार फ्रेंच ओपन खेल रही चीन की 19 साल की झेंग किनवेन चौथे दौर में वर्ल्ड नंबर वन इगा स्विटेक से हार गईं। हार के बाद चीनी खिलाड़ी का दर्द छलका और उन्होंने कहा कि ‘काश मैं लड़का होती तो पीरियड्स का सामना नहीं करना पड़ता।’

19 साल की झेंग पहली बार रोलैंड गैरोस में खेल रही थीं और टॉप सीड स्वितेक के खिलाफ उन्होंने शानदार शुरुआत की थी। झेंग ने पहला सेट टाईब्रेकर में 7-6 से इगा स्विटेक से जीत लिया था। उसके बाद स्विटेक ने लगातार दो सेटों 6-0, 6-2 से हराकर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। झेंग को मैच के दौरान मेडिकल टाइम भी लेना पड़ा।

मैच के बाद झेंग ने अपनी हार की वजह बताते हुए कहा, ‘चोट की वजह से मैं चिंतित नहीं थी। मैं पीरियड्स की वजह से ज्यादा परेशान थी। मैच से पहले ही यह प्रॉब्लम शुरू हुई थी। इसकी वजह से मैच के बीच में ही मुझे पेट में दर्द हो गया था। जिसे सहन करन पाना मेरे लिए मुश्किल था। पीरियड्स का पहला दिन था। यह मेरे लिए हमेशा कठिन रहा है। पहले दिन मुझे हमेशा इतना दर्द होता है, पर मुझे खेलना ही पड़ता है। मैं नेचर के खिलाफ नहीं जा सकती हूं। काश मैं एक पुरुष होती, तो मुझे इसे झेलना नहीं पड़ता।’

स्वितेक ने बनाया रिकॉर्ड
झेंग पर जीत के साथ ही स्वितेक ने लगातार 32 मैच जीतने का रिकॉर्ड बना लिया है। उन्होंने जस्टीन हीन के 14 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की है। लगातार सबसे ज्यादा मैच जीतने के मामले में वो संयुक्त रूप से तीसरे नंबर पर हैं। लगातार तीसरे साल क्वाटर फाइनल में जगह बनाने वाली स्वितेक ने कहा कि झेंग ने बेहतरीन टेनिस खेला। उनके कुछ शॉट से उन्हें हैरानी भी हुई। उनकी टॉप स्पिन शानदार थी। उनको बहुत-बहुत बधाई। स्वितेक पहला सेट हारने के बाद मैच जीतने से खुश नजर आईं।

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