अखिलेश यादव के बयान पर सीएम योगी आदित्यनाथ का तंज, आप में और राहुल गांधी में अधिक अंतर नहीं

सीएम योगी

लखनऊ। यूपी विधानसभा में मंगलवार को भी सत्‍ता पक्ष और विपक्ष के बीच वाक युद्ध जारी रहा। इस दौरान कई बार जमकर ठहाके भी लगे। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि अखिलेश और राहुल में ज्यादा अंतर नहीं है। राहुल देश के बाहर भारत की बुराई करते हैं और अखिलेश यूपी की बुराई यूपी के बाहर करते हैं।

सीएम योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बता रहे थे कि वो एक स्कूल में गए तो बच्चे से उन्हें अपने बारे में पूछा। बच्चे ने उन्हें राहुल गांधी के रूप में पहचाना। बच्चे मन के सच्चे होते हैं। भोले भाले होते हैं। जो कहा होगा सोच कर कहा होगा। वैसे भी दोनों में कोई बड़ा अंतर नहीं है। अंतर यही है कि वो देश के बाहर देश की बुराई करते हैं आप प्रदेश के बाहर उत्तर प्रदेश की बुराई करते हैं।

दरअसल, योगी आदित्यनाथ उस वाक्ये का जिक्र कर रहे थे जो अखिलेश यादव ने सदन में कहा था। अखिलेश ने कहा कि मैं हमेशा स्कूल में जाता हूं, एक स्कूल में मैं गया और एक बच्चे से मैंने पूछा कि क्या मुझे पहचान लिया तो उसने कहा कि हां पहचान लिया। मैंने कहा कि मैं कौन हूं तो उसने कहा कि राहुल गांधी हूं। इसी का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि आप दोनों में ज्यादा अंतर नहीं है।

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने अखिलेश यादव द्वारा कल गोबर को लेकर कही गई बात का भी जवाब दिया। सीएम ने कहा कि हमसे नहीं तो कम से कम चाचा शिवपाल से सीख लिए होते, इस पर सत्‍ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के सदस्‍य भी हंस पड़े। खुद अखिलेश भी मुस्‍कुराते नज़र आए। दरअसल, कल अखिलेश यादव ने कन्‍नौज के इत्र उद्योग के विकास की मांग उठाते हुए कहा था कि हमें गोबर प्‍लांट नहीं चाहिए…वो आप गोरखपुर ले जाइए। हमें तो कन्‍नौज के इत्र उद्योग का विकास चाहिए। परफ्यूमरी पार्क चाहिए। आज सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने उनका जवाब दिया। सीएम योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने यदि गो-सेवा की होती तो उसी तरह बोले भी होते लेकिन भाषण में भैंस के दूध का ज्‍यादा असर दिखाई दे रहा था। गाय का कम था।

सीएम ने कहा कि बहुत सारे लोग फैट कंटेंट की दृष्टि से भैंस का दूध पसंद करते हैं। उन्‍हें तो (सपा सदस्‍यों की ओर इशारा करते हुए) ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ की तर्ज पर काम करना है। सीएम ने कहा नेता प्रतिपक्ष ने कन्‍नौज की चिंता जरूर की। आपके इत्र वाले मित्र तो बहुत कुछ गुल खिला रहे थे लेकिन इत्र उद्योग के लिए बीजेपी सरकार ने ईमानदारी से काम किया है। वर्तमान में अकेले कन्‍नौज से इत्र का 800 करोड़ का व्‍यापार हो रहा है। ‘एक जिला-एक उत्‍पाद’ योजना से कन्‍नौज जुड़ा है। पिछले पांच साल में 55 नई इकाइयां लगी हैं। यद्यपि पहले से भी वहां इकाइयां थीं। 375 इकाइयां वहां काम कर रही हैं। कोरोना काल खंड में भी हम लोगों ने 2.7 मिलियन यूएस डॉलर का इत्र निर्यात किया है।

सीएम योगी ने आरोप लगाया कि सपा सरकार घोषणा करने में बड़ी माहिर थी, करती कुछ नहीं थी। 30 एकड़ जमीन पर इत्र पार्क और संग्रहालय कन्‍नौज के नाम पर राज्‍य सरकार परियोजना को आगे बढ़ा चुकी है। 100 करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया गया। आईआईटी कानपुर को थर्ड पार्टी जोड़ा गया है। कन्‍नौज के इत्र की खुश्‍बू वैश्विक स्‍तर पर अब दमक रही है। एक जिला एक उत्‍पाद योजना हमारे पूर्वजों की थाती है जो हमें विरासत में प्राप्‍त हुई है। आज देश के सबसे अधिक जीआई उत्‍पाद यूपी में प्राप्‍त हो रहे हैं।

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