गाजियाबाद। आतंक का पर्याय बने कुख्यात बिल्लू दुजाना और उसके साथी राकेश दुजाना को गाजियाबाद पुलिस ने शुक्रवार देर रात मुठभेड़ में मार गिराया। दोनों बदमाश कविनगर क्षेत्र के वेव सिटी में 20 अप्रैल को ग्रेटर नोएडा के दो लोगों की हत्या के मामले में फरार चल रहे थे।
एसएसपी मुनिराज ने बताया, पहली मुठभेड़ इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में हुई। यहां बदमाश बिल्लू दुजाना उर्फ अवनीश पुलिस बेरीकेडिंग तोड़कर भाग रहा था। उसे रोकने का प्रयास किया। इस दौरान उसकी बाइक फिसल गई। वह जमीन पर गिर पड़ा। गिरते ही उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस टीम ने भी फायरिंग की। एक गोली बिल्लू के सीने में लगी। जबकि पुलिस की स्वाट टीम प्रभारी और एक कांस्टेबल गोली लगने से घायल हो गए। बदमाश बिल्लू को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
वहीं दूसरी मुठभेड़ मधुबन बापूधाम इलाके में हुई। इसमें मारे गए बदमाश की पहचान राकेश दुजाना के रूप में हुई। यह भी नोएडा के दुजाना गांव का रहने वाला था। वह भी पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर भाग रहा रहा था। पुलिस टीम ने उसे रोकने का प्रयास किया। उसकी बाइक फिसल गई। वह जमीन पर गिर पड़ा। उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में वह घायल हो गया। इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां पर उसकी मौत हो गई। राकेश दुजाना पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। उस पर करीब 16 मुकदमे दर्ज थे।
पुलिस ने बताया कि इस एनकाउंटर में एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल और सीओ सिटी प्रथम की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली जा घुसी। एक कांस्टेबल गोली लगने से घायल हो गया।
20 अप्रैल की रात को वेव सिटी में दो युवकों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। मृतकों की पहचान थाना बादलपुर, गौतमबुद्धनगर के डेयरी मच्छा निवासी जितेंद्र तथा गिरधरपुर निवासी हरेंद्र के रूप में हुई थी। जितेंद्र की पत्नी प्रीति ने गौतमबुद्धनगर के गांव दुजाना निवासी कुख्यात बिल्लू नागर तथा उसके चचेरे भाइयों अनिल व विनोद नागर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था।
8 मई को कविनगर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान बिल्लू दुजाना के चचेरे भाई अनिल नागर को गिरफ्तार किया था। फरार होने के चलते बिल्लू दुजाना पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। विवेचना के दौरान हत्याकांड में दुजाना निवासी राकेश का नाम भी सामने आया था। उस पर भी पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।