दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने रविवार को एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी भारत को राज्यों का संघ (Union of States) कहकर अप्रत्यक्ष रूप से अलगवादियों की भावनाओं बढ़ावा दे रहे हैं और इसके साथ उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति मदरसों को बंद करने और यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात कर रहा है वो भारतीय मुसलमानों का दोस्त है।
सरमा ने दिल्ली में आरएसएस से जुड़ी पत्रिकाओं पांचजन्य और ऑर्गनाइज़र के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम में कहा, “अगर भारत राज्यों का संघ है तो हमारे 5 हजार साल के सुनहरे इतिहास का क्या मतलब है? जब कांग्रेस खुद को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कहती है और पूरे भारत में बैठकें करती हैं, तो क्या इसका मतलब वह देश को संघ के रूप में मान रहे हैं? भारत को राज्यों का संघ कहकर राहुल गांधी देश को तोड़ने की बात कर रहे हैं और इसके जरिए अप्रत्यक्ष रूप से अलगावादियों को बढ़ावा दे रहे हैं। ये (राहुल गांधी) वहीं कह रहे हैं जो उल्फा (असम का अलगावादी संगठन) कहता है।”
सरमा ने आगे कहा कि “इसमें उनकी गलती नहीं है। वह जेएनयू से ट्यूशन ले रहे हैं और वहीं से सीख रहे हैं। कांग्रेस में गांधी परिवार के साथ विश्वासघात करना देश के साथ विश्वासघात करने जैसा है जबकि भाजपा में देश पार्टी से ऊपर मना जाता है।”
गौरतलब है कि हाल ही राहुल गांधी की ओर लंदन में हुए एक समारोह में भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि संविधान में भारत को एक देश नही बल्कि राज्यों का संघ के तौर पर उल्लेख किया हुआ है।