गाजियाबाद। मोबाइल गेम्स तभी तक अच्छे हैं जब तक उन्हें सिर्फ एक शौक के तौर पर खेला जाता है। लेकिन गेम खेलने का यह जुनून कब लत में बदल जाता है पता ही नहीं चलता। भारत में PUBG ऑनलाइन सर्वश्रेष्ठ मोबाइल गेमों में से एक है हालंकि इस पर प्रतिबन्ध लगने के बाद नया वर्जन बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया यानी बीजीएमआई लाँच हो गया है। इस गेम नए वाहन, नए कपड़े और नए अवतार, नई बंदूक खरीद सकते हैं जिनका इस्तेमाल गेम खेलने में होता है। लेकिन इस मोबाइल गेम से अब ठगी के कई मामले सामने आए हैं। गाजियाबाद पुलिस ने भी ऐसे ही एक शातिर युवक को गिरफ्तार किया है जिसने 100 लड़कों से तकरीबन 20 लाख रुपए ठग लिए।
सिहानी गेट थाना क्षेत्र के पटेलनगर-द्वितीय निवासी ललित मोहन तिवारी ने पुलिस स्टेशन में 28 अप्रैल को एक मुकदमा दर्ज कराया था। ललित ने अपनी शिकायत में कहा कि उनके बैंक खाते से अज्ञात व्यक्ति ने 2 लाख 10 हजार रुपए निकाल लिए। पुलिस जांच में पता चला कि ललित मोहन तिवारी का बेटा पबजी खेलता है। उसने पबजी गन खरीदने के लिए फ्रॉड को डेबिट कार्ड की कॉपी भेजी थी, जिसके बाद वह लगातार ओटीपी भेजकर चूना लगाता गया। गाजियाबाद पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने इस संबंध में बैंक से उस खाताधारक की डिटेल्स मांगी, जिसने यह पैसा निकाला था। इस तरह पुलिस बरेली जिले में आरोपी तक पहुंची और उसे धर दबोचा।
गाजियाबाद पुलिस की साइबर क्राइम सेल के प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि आरोपी 25 वर्षीय विशात बाबू उर्फ ईलू है। वह जिला बरेली में आंवला थाना क्षेत्र के मोहल्ला फूटा दरवाजा का रहने वाला है और एमए फर्स्ट ईयर पासआउट है। आरोपी ने इंस्टाग्राम पर एक फर्जी पेज बना रखा था। इस पर वह दावा करता था कि वह पबजी यूजर्स को बंदूक दे सकता है। शुरुआती कीमत उसने 799 रुपए रखी थी। इस रकम के लिए वह गेम यूजर्स से डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की फोटो कॉपी मांगता था।
पहली बार में उनके खाते से 799 रुपए काटता था। फिर गन एक्टिव करने के नाम पर एक ओटीपी भेजता था और उस ओटीपी के जरिये (AJIO SHOPING APP) ऑनलाइन शॉपिंग कर लेता था। पुलिस का दावा है कि इस तरह विशात उर्फ ईलू करीब 100 लड़कों से ठगी कर चुका है। उसके खाते में करीब 20 लाख रुपए की ट्रांजेक्शन मिली है। इसके अलावा आरोपी से एक सोने की चेन, 3 मोबाइल और कुछ कार्ड बरामद हुए हैं।