मशहूर बिजनेसमैन और दुनिया के टॉप अमीरों में शुमार गौतम अडानी के परिवार को लेकर पिछले कुछ दिनों से एक खबर चर्चा का विषय बनी हुई थी। दावा किया जा रहा था कि गौतम अडानी या उनकी पत्नी डॉ. प्रीति अडानी को राज्यसभा सांसद बनाया जा सकता है हालाँकि समूह ने कहा कि अडानी परिवार के किसी सदस्य की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है।
अडानी समूह ने रविवार को उन खबरों को खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया गया था कि गौतम अडानी या उनकी पत्नी प्रीति को राज्यसभा में एक सीट दी जा सकती है। दरअसल, राज्यसभा सीटों के लिए आंध्र प्रदेश में 10 जून को चुनाव होना है। इससे पहले ही यहां के राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रीति अडानी को सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस की ओर से चार में से एक राज्यसभा सीट दी जा सकती है। हाल में ही कई मौकों पर गौतम अडानी तथा मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के बीच निजी तौर पर बातचीत हुई थी।
बयान में कहा गया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपने हित साधने के लिए इस प्रकार की मीडिया खबरों में हमारा नाम खींच रहे हैं। न तो गौतम अडानी और न ही प्रीति अडानी को राजनीति में कोई दिलचस्पी है। इसके साथ ही अडानी परिवार के किसी अन्य सदस्य को भी राजनीति में करियर बनाने में कोई रुचि नहीं है।
रोचक बात यह है कि अडानी के बयान ने एक नए संभावित उम्मीदवार के बारे में अटकलों को मजबूती प्रदान की है। यह हैं एक अन्य उद्योगपति चलामलसेट्टी सुनील, जिन्होंने 2019 में काकीनाडा लोकसभा सीट से तेलुगु देसम पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और असफल रहने के बाद वह वाईएसआर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
सुनील की कंपनी ग्रीनको एनर्जी कुर्नूल जिले में एकीकृत नवीकरणीय ऊर्जा भंडारण परियोजना चला रही है, जिसे दुनिया में अपनी तरह की अनोखी परियोजना बताया जा रहा है। जगन मोहन 17 मई को इस परियोजना का दौरा करेंगे। वाईएसआरसी कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि जातीय समीकरण के हिसाब से और अब अदानी के इस दौड़ में शामिल नहीं होने के बाद, सुनील राज्यसभा के उम्मीदवार हो सकते हैं।