लखनऊ। यूपी के लखनऊ में पीजीआई पुलिस स्टेशन में तैनात महिला सिपाही ने इलाके में ही किराए के मकान में रविवार को वीडियो कॉल करते हुए जान दे दी। इसी दौरान उसने अपनी कलाई की नस तीन बार काट ली। फिर दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे के कुंडे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस को उसका शव फंदे से लटका मिला।
आगरा के फतेहाबाद इलाके में प्राइमरी शिक्षक सुरेश चन्द्र परिवारीजनों के साथ रहते हैं। उनकी बेटी सरिता निषाद (26) 2021 बैच की महिला सिपाही है। 11 जनवरी 2022 को उसकी तैनाती पीजीआई पुलिस स्टेशन में हुई थी। वह कल्ली पश्चिम के एकता नगर स्थित किराए के मकान में पहली मंजिल पर रह रही थी। उसके बगल के कमरे में सहकर्मी महिला सिपाही राखी और शीनू भी रहती हैं। शनिवार को सरिता छुट्टी से घर से वापस आई थी। डीसीपी अमित कुमार आनंद के मुताबिक रविवार शाम को 4 बजे उसकी वीआईपी ड्यूटी लगी थी। लिहाजा राखी और शीनू उसे बुलाने के लिए गईं थीं। दोनों ने सरिता को आवाज दी। कोई जवाब न मिलने पर दरवाजा खटखटाया। दरवाजा भी नहीं खुला।
अनहोनी की आशंका के चलते राखी और शीनू ने इंस्पेक्टर पीजीआई धर्मपाल सिंह को सूचना दी। इंस्पेक्टर पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। दरवाजा तोड़ा गया तो लोग सन्न रह गए। सरिता का शव पंखे से दुपट्टे के सहारे फंदे से लटक रहा था। उसके दाएं हाथ की कलाई से खून भी निकल रहा था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सरिता ने वीडियो कॉल करते हुए आत्महत्या की है। उसने वीडियो कॉल के दौरान पहले दाएं हाथ की नस काटी। इसके बाद फंदे पर लटक गई। सरिता का शव जहां फंदे से लटका मिला, उसी के सामने खिड़की पर मोबाइल खड़े हालात में मिला है। मोबाइल इस तरह से रखा गया था कि वीडियो कॉल के दौरान आत्महत्या का मंजर साफ दिखाई दे।
मोबाइल से मिल सकती हैं अहम जानकारियां
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सरिता अक्सर एक सिपाही से बात करती थी। आशंका है कि दोनों में प्रेम था। दोनों शादी भी करने वाले थे पर दोनों में अक्सर झगड़ा भी होता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक संभवता आत्महत्या के दौरान सरिता ने उसी सिपाही को वीडियो कॉल की थी, जिससे वह अक्सर बात करती थी। पुलिस ने उसका मोबाइल अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस फरेंसिक टीम की मदद से मोबाइल की कॉल डिटेल व अन्य जानकारियां जुटा रही है। पुलिस का कहना है कि परिवारीजनों से बात करने पर स्थिति और साफ हो सकेगा।