कोलकाता। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के साथ बुधवार को कलकत्ता हाईकोर्ट के बाहर वकीलों ने जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस समर्थक वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर काले कपड़े दिखाकर चिदंबरम का विरोध किया। इतना ही नहीं उन्हें ममता बनर्जी का दलाल तक कह दिया।
पी चिदंबरम कलकत्ता हाईकोर्ट में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के खिलाफ दायर भ्रष्टाचार के एक मामले की पैरवी करने पहुंचे थे। हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाने वाले खुद लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी हैं। चौधरी पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। चौधरी इस समय पश्चिम बंगाल में कांग्रेस प्रभारी हैं और लोकसभा सांसद भी हैं।
अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए साल 2018 में एक याचिका दाखिल की थी। इसमें उन्होंने मांग की थी कि मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए। मामला पश्चिम बंगाल की मेट्रो डेयरी के 47 प्रतिशत शेयर केवेंटर ऐग्रो लिमिटेड को बेचने का था। आरोप है कि कंपनी ने शेयर खरीदने के बाद 15 प्रतिशत शेयर सीधे सिंगापुर की कंपनी को ट्रांसफर कर दिए। 2011 से अब तक ममता बनर्जी सरकार ने केवल इतना ही विनिवेश किया है।
पी चिदंबरम केवेंटर ऐग्रो लिमिटेड की तरफ से कोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने कोर्ट से अधीर रंजन की पीआईएल को खारिज करने की मांग की। जब वह कोर्ट परिसर से बाहर जाने लगे तो वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी। वकीलों ने उन्हें घेर लिया और यहां तक कहा कि वह टीएमसी के एजेंट हैं। वकीलों ने यहां तक कह दिया कि ‘हम तुम पर थूकते हैं। तुम टीएमसी के एजेंट बन गए हो।’
विरोध कर रहे वकीलों ने चिदंबरम से कहा कि तुम जैसे नेता कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं। तुम्हारे जैसे नेताओं ने पार्टी का सत्यानाश कर दिया है। इन वकीलों ने बंगाल में पार्टी की दुर्गति के लिए भी चिदंबरम को ही जिम्मेदार बताया।
वकील कौस्तव बागची ने भी चिदंबरम को ‘ममता का दलाल’ कहा। यह पूछे जाने पर कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अपनी पार्टी के नेता के खिलाफ केस लड़ने क्यों आए हैं! क्या उन्हें नहीं पता कि इस मामले में काफी पैसा लगा है और इसके पीछे राज्य सरकार का हाथ है!” महिला वकील सुमित्रा नियोगी ने तो चिदंबरम की कार के सामने अपना कोर्ट उतारकर उनके सामने लहराया। उन्होंने चिदंबरम के खिलाफ गो बैक के नारे भी लगाए।
मुश्किल से निकल पाए चिदंबरम
इस दौरान सुरक्षाकर्मी कांग्रेस सेल के उस वकील को किनारे करते रहे। बार-बार सुरक्षाकर्मी वकील को किनारे ले जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वकील बार-बार कभी चिदंबरम के सामने, तो कभी चिदंबरम के दाईं ओर आकर जोर-जोर से उन्हें लताड़ रहे थे। हालांकि इस दौरान चिदंबरम चुपचाप रहे। उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा। सिर्फ एक-दो बार उंगली से इशारा किया।
चिदंबरम और चौधरी ने क्या कहा?
पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने विरोध को लेकर बयान दिया है। चौधरी ने बताया कि चिदंबरम एक पेशेवर वकील हैं। उन्हें अपने क्लाइंट चुनने और केस लड़ने का अधिकार है। कांग्रेस समर्थकों के विरोध को उन्होंने स्वाभाविक प्रतिक्रिया बताया। वहीं विरोध को लेकर चिदंबरम ने कहा, ‘यह एक स्वतंत्र देश है। मेरी कोई टिप्पणी नहीं है। मुझे इस पर टिप्पणी क्यों करनी चाहिए?’