गाजियाबाद। केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधीन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा नई दिल्ली के सहयोग से थरटीन स्कूल ऑफ टेलेन्ट डवलपमेंट ने देशभर में पहली बार हुए महान वीरांगना दुर्गा भाभी के जीवन पर आधारित नाटक का धमाकेदार मंचन किया।
शहर के एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज के सर्वपल्ली राधाकृष्णन प्रेक्षागृह में मंचित इस नाटक ने दर्शकों में इतना जोश भरा कि पूरा प्रेक्षागृह रह-रहकर ‘वंदेमातरम’ के जयघोष से गूंजता रहा। नाटक के 35 कलाकारों का कुशल अभिनय, मंझे हुए संवाद, चुस्त पटकथा, लयबद्ध गीत-संगीत, सेट की भव्यता, नाटक का शानदार निर्देशन आदि ने दर्शकों का खूब मन मोहा। दुर्गा भाभी के अंतिम विदाई के दृश्य ने सभी दर्शकों के नेत्र सजल कर दिये। डेढ़ घंटे के इस नाटक में नौजवानों की संख्या सर्वाधिक रही।
प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने बतौर मुख्य अतिथि नाटक की खूब सराहना की और कहा कि भारत सरकार के गुमनाम क्रांतिकारियों को प्रकाश में लाने के अभियान में ‘आजादी की दीवानी दुर्गा भाभी’ नाटक मील का पत्थर साबित हुआ है। पूर्व राज्यसभा सदस्य, वरिष्ठ पत्रकार एवं भाजपा के संस्थापक सदस्य रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने घोषणा की कि इस नाटक के देशभर में 50 से अधिक मंचन होंगे। दिल्ली में इस नाटक को देखने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा।
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के निदेशक डॉ. रमेश चंद्र गौड़ ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नाटक की सराहना की और अपने स्तर से इसे देशभर में दूरतक ले जाने की मुहिम में सहयोग करने का वादा किया। नाटक के निर्देशक एवं लेखक अक्षयवर नाथ श्रीवास्तव ने कहा कि वीरांगना दुर्गा भाभी के जीवन की उन्होंने साढ़े तीन साल तक गहन पड़ताल की। अनेक तथ्य जुटाये। उनके परिजनों से सम्पर्क किया। फिर इसे लिखा और इसका निर्देशन किया। उन्हें गर्व है कि आजादी की यह दीवानी वीरांगना दुर्गा भाभी अपने अंतिम समय तक गाजियाबाद में भी रहीं। नाटक का सह-लेखन एवं सह-निर्देशन अदित श्रीवास्तव ने किया। वस्त्र परिकल्पना रोजी श्रीवास्तव की थी। गीत कवि डॉ. चेतन आनंद ने लिखे। संगीत संकल्प श्रीवास्तव ने दिया। सेट व प्रकाश परिकल्पना राघव प्रकाश एवं दिव्यांग श्रीवास्तव की रही। साहेब श्रीवास्तव, व प्रखर श्रीवास्तव का कला निर्देशन देखने लायक था। हरि सिंह खोलिया ने मेकअप का प्रभार संभाला। शिक्षाविद् डॉ. माला कपूर ‘गौहर’ का विशेष सहयोग रहा।
इन कलाकारों ने किया अभिनय
तनुपाल, शिवम सिंघल, अभिषेक त्यागी, कुमार सौरभ, राजीव वैद, सिमरन मिश्रा, अदिति श्रीवास्तव, निशांत शर्मा, अनिरुद्ध शर्मा, विनय कुमार, नेहा पाल, साक्षी देशवाल, मनु वर्मा, कल्याणी मिश्रा, जतिन शर्मा, श्रेयस अग्निहोत्री, ऋषभ सहगल, नीरज शर्मा, इमप्रीत सिंह, शौर्य केसरवानी, राहुल, सुभाष शर्मा, तरुण योगी, आभास, प्रवीण डहल, निखिल, दिव्यांशु भट्ट, अमन, देव आदि।
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