लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती के प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर करने के कुछ घंटों बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव नेगुरुवार को कहा कि वह भी यही चाहते थे।
अखिलेश ने कहा, ‘मैं इस बयान से खुश हूं। मैं भी यही चाहता था। पिछली बार (2019 के लोकसभा चुनावों में) गठबंधन (बसपा के साथ) इसी के लिए बनाया था। अगर बहुजन समाज के लोगों के साथ गठबंधन जारी रहता है, तो बसपा और डॉ भीम राव अंबेडकर के सिद्धांतों का पालन करने वाले देखते कि देश का प्रधानमंत्री कौन बनता।
अखिलेश ने ये बातें गुरुवार को लखनऊ में आयोजित एक इफ्तार पार्टी के बाद पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने के बाद कहीं। बातचीत के दौरान उन्होंने यूपी सरकार पर निशाना भी साधा। अखिलेश ने कहा कि आरोप लगाया कि बुलडोजर ‘जाति और धर्म’ देखकर चलाया जा रहा है। सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘ यदि वे भाजपा के लोगों के घर और मकान को गिराते हैं, तो वे मुआवजा देंगे। गोरखपुर में 700 मीटर में दुकानों को तोड़ा गया और उसके बाद मुआवजा दिया गया। सुनने में आ रहा हैं कि 100-150 करोड़ रुपये नहीं बल्कि 200 करोड़ मुआवजा उठाया गया।’
इससे पहले मायावती ने कहा था, ‘मैं आने वाले दिनों में सिर्फ उप्र का मुख्यमंत्री और देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हूं लेकिन राष्ट्रपति बनने का सपना कभी नहीं देख सकती ।’ राज्य में चलाए जा रहे बुल्डोजर के बारे में यादव ने आरोप लगाया कि ‘जाति और धर्म’ को देखते हुए कार्रवाई की जा रही हैं।