सोशल माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) पर दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क का आखिरकार कब्जा हो ही गया। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और ट्विटर इंक के बीच 44 अरब अमेरिकी डॉलर में डील फाइनल हुई है।
मस्क ने इस माइक्रो ब्लॉगिंग साइट को खरीदने के लिए 44 बिलियन डॉलर, यानी 3,368 अरब रुपए की डील की हैं। ट्विटर के इंडिपेंडेंट बोर्ड के चेयरमैन ब्रेट टेलर ने भारतीय समय के मुताबिक रात 12 बजकर 24 मिनट पर एक प्रेस रिलीज में मस्क के साथ हुई डील के बारे में जानकारी दी। मस्क को ट्विटर के हर शेयर के लिए 54.20 डॉलर (4,148 रुपए) चुकाने होंगे। उनके पास पहले से ही ट्विटर में 9% की हिस्सेदारी मौजूद है। वे ट्विटर के सबसे बड़े शेयर होल्डर हैं। ताजा डील के बाद उनके पास कंपनी की 100% हिस्सेदारी होगी और ट्विटर उनकी प्राइवेट कंपनी बन जाएगी।
मस्क ने किया ट्वीट
डील कन्फर्म होने की खबरों से कुछ ही मिनट पहले एलन मस्क ने ट्वीट कर कहा है, ‘मुझे उम्मीद है कि मेरे सबसे बुरे आलोचक भी ट्विटर पर बने रहेंगे, क्योंकि फ्री स्पीच का यही मतलब है..।’ मस्क का यह ट्वीट तेजी से वायरल गया।
ट्विटर से डील फाइनल होने के बाद एलन मस्क ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने ट्विटर में बड़े बदलाव करने के संकेत दिए हैं।उन्होंने लिखा, ‘फ्री स्पीच किसी भी लोकतंत्र का मूलभूत अधिकार रहा है और ट्विटर ऐसा ही डिजिटल टाउन है, जहां मानवता के भविष्य के लिए विभिन्न मुद्दों पर बहस होती है। मैं इसमें नई सुविधाएं जोड़कर इसे पहले से और बेहतर बनाना चाहता हूं। ट्विटर का एल्गोरिद्म ओपन सोर्स किया जाएगा ताकि लोगों का भरोसा जीता जा सके। अब ट्विटर पर सभी ह्यूमन को ऑथेंटिकेट किया जाएगा और बॉट्स का पूरी तरह से खात्मा किया जाएगा। ट्विटर में जबरदस्त क्षमता है। मैं कंपनी के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं। इसे अनलॉक करने के लिए मैं यूजर्स का भी आभार व्यक्त करता हूं।’
9.2 हिस्सेदारी खरीदी फिर भी बोर्ड से हटे
मस्क ने इसी महीने ट्विटर की 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी। तब वे ट्विटर के सबसे बड़े शेयरधारक बन गए थे। इसके बाद उन्हें ट्विटर के बोर्ड में शामिल होने का न्योता मिला था। मस्क को नौ अप्रैल को बोर्ड में शामिल होना था लेकिन वह उसी सुबह इससे मुकर गए।
13 दिन में जीत ली जंग
एलन मस्क ने 14 अप्रैल को ट्विटर 54.20 डॉलर प्रति शेयर में खरीदने का प्रस्ताव दिया था। इस दर से ट्विटर की कीमत 41 अरब डॉलर बन रही थी। ट्विटर में 9.2 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के बाद मस्क का यह ऑफर आया था। मस्क के इस ऑफर का ट्विटर के कई शेयरधारकों ने विरोध किया था। बाद में मस्क ने खरीदारी की राशि को बढ़ाकर 46.5 अरब डॉलर कर दिया था।
ट्विटर में विरोध बढ़ने के बाद मस्क ने कहा था कि वे यदि यह सौदा नहीं होता है तो वे खुले बाजार से शेयर खरीदकर अपनी हिस्सेदारी बढ़ाएंगे। मस्क को रोकने के लिए ट्विटर ने शेयरहोल्डर राइट्स प्लान को मंजूरी भी दे दी थी। मस्क के प्रस्ताव को लेकर शेयरधारकों में संशय बना हुआ था। आखिरकार 13 दिन बाद मस्क ट्विटर को खरीदने में कामयाब हो ही गए।