सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा का एक ऐसा वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक बलिदानी की मां अपने बेटे की तस्वीर को देखकर खुद को रोक नहीं पाई। तस्वीर में अपने बेटे को दुलार करती, रोती-बिलखती नजर आ रही है। इस नजारे को देखकर कई लोग गमगीन हो गए।
वायरल वीडियो सुकमा जिले के दोरनापाल स्थित सीआरपीएफ 223 बटालियन का है, जहां स्थापना दिवस पर बलिदानी स्मारक का उद्धघाटन किया गया। इस मौके पर बलिदानी जवानों के स्वजनों को भी बुलाया गया। सुकमा जिले के कसालपाड में पीएल मांझी बलिदान हो गए थे। उनकी तस्वीर देखकर उनकी मां शर्मिला मांझी अपने आप को रोक नही पाई। अपने बेटे के सिर पर हाथ रखा। इस वीडियो को देखकर हर किसी के आंखों में आंसू आ गए। मूलतः ओडिशा के बरडोल की रहने वाले पीएल मांझी नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे।
2014 में जिले के चिंतलनार थानाक्षेत्र के कसालपाड में नक्सलियों से लोहा लेते हुए 14 जवानों ने शहादत दी थी। इन 8 सालों बाद सीआरपीएफ 223 ने अपने 11 वे स्थापना दिवस पर हेडक्वाटर में एक बलिदान स्मारक बनाया, जिसमें उन जवानों के नाम अंकित किए गए। कार्यक्रम में बलिदानी जवानों के स्वजनों को भी बुलाया गया था। इस मौके पर सीआरपीएफ अधिकारी मौजूद रहे।
वहीं महाराष्ट्र निवासी शिवाजी शाहजी पवार ने बताया कि उनके बेटे उमाजी शिवाजी पवार जो नक्सलियों से लड़ते हुए बलिदान हुए थे। उनका दूसरा बेटा सेना में अपनी सेवा मेघालय में दे रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे अपने बेटो पर गर्व है। और मेने देश की सेवा के लिए अपने बेटों को भेजा है। हम डरने वाले नही है। देश के लिए मर-मिटने हम भी तैयार है।