बक्सर। प्यार में दिल दे बैठी ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली विक्टोरिया ने बिहार के लड़के से हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली है। बक्सर जिले के इटाढ़ी प्रखंड अंतर्गत कुकुढा गांव के रहने वाले जयप्रकाश से ऑस्ट्रेलिया में रहकर पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी करते हैं। इस शादी से दोनों ही परिवार के लोग काफी खुश हैं।
जयप्रकाश ने 2019 से 2021 तक ऑस्ट्रेलिया में रहकर पढ़ाई की। वह एमएस सिविल इंजीनियर के पद पर ऑस्ट्रेलिया में पदस्थापित है। पढ़ाई के दौरान ही जयप्रकाश को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर के जीलॉन्ग की रहने वाली इस लड़की से प्यार हुआ। उसके पिता स्टीवन टॉकेट एवं माता अमेंडा टॉकेट भी अपनी बेटी विक्टोरिया के साथ इटाढ़ी के कुकुढा आए हैं। इन्होंने हिंदू रीति रिवाज से 20 अप्रैल की रात अपनी बेटी विक्टोरिया की शादी कुकुढा के पूर्व मुखिया नंदलाल सिंह के बड़े पुत्र जयप्रकाश यादव से कराई।
विक्टोरिया के पिता स्टीवन टॉकेट ने बिहारी संस्कृति के सवाल पर बताया कि मुझे इस कल्चर को देखकर काफी खुशी हुई। बेटी के हाथ में मेहंदी देखकर वे काफी खुश हैं। विक्टोरिया के पिता होने के नाते कन्यादान की रस्म अदायगी के लिए पैर में महावर को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि काफी अच्छा लगा। बिहार के इटाढ़ी में बेटी के ससुराल में आकर काफी खुश हूं। मुझे आशा है कि मेरी बेटी इस बिहारी दामाद के साथ काफी खुशहाल रहेगी।
वहीं, दूल्हे के पिता और पूर्व मुखिया नंदलाल सिंह ने बताया कि मेरे परिवार के लोग जब बेटे की पसंद जाने तो हम लोग ना नहीं कर पाए पर हमने कहा कि शादी गांव पर ही हिंदू रीति रिवाज के साथ होगी तो वह लोग भी मान गए। अब शादी करके जहां वह लोग काफी खुश दिख रहे हैं, वहीं हमारा परिवार भी इन लोगों की शादी से काफी खुश है। रिश्ते नातेदार भी हम लोगों को बधाइयां दे रहे हैं। गांव सहित आसपास के लोग दुल्हन व उसके परिजनों को देखने के लिए घर पर पहुंच रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया में शिक्षिका है विक्टोरिया
सात समंदर पार से अपने प्यार को शादी का अमलीजामा पहनाने बक्सर के कुकुढा पहुंची विक्टोरिया अपने शहर जिला में बतौर शिक्षिका के पद पर कार्यरत है। विक्टोरिया अपने पांच भाई और दो बहनों में सबसे छोटी है। जिसने सात समंदर पार से बिहार बक्सर के इटाढ़ी में आकर शादी की। विक्टोरिया के माता-पिता भी इस शादी व बिहारी कल्चर के साथ ही हिंदू रीति-रिवाज से शादी पर फूले नहीं समा रहे हैं।