दिल्ली। जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण हटाने के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) बुधवार से दो दिनों तक अपना अभियान चलाने जा रही है। इन दो दिनों में बुलडोजर के जरिए सड़क पर हुए अतिक्रमण को हटाया जाएगा। एनडीएमसी की यह कार्रवाई 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद हो रही है। वहीं, एनडीएमसी के अतिक्रमण विरोधी अभियान का AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी और आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान ने विरोध किया है।
अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान कानून-व्यवस्था एवं शांति बनाए रखने के लिए बुधवार सुबह से ही इलाके में भारी संख्या में पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। वहीं, अभियान से पहले लोग सड़कों पर किए गए अपने अतिक्रमण को हटाते देखे गए। एनडीएमसी (उत्तर दिल्ली नगर निगम) ने अवैध निर्माण तोड़ने के लिए पहले ही नोटिस जारी कर दिए गए थे। है।
वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली में भी बुलडोजर की कार्रवाई का विरोध किया है। ओवैसी ने अपने एक ट्वीट कहा है कि भाजपा ने गरीबों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। अतिक्रमण के नाम पर यूपी एवं मध्य प्रदेश की तरह दिल्ली में भी घरों को नष्ट किया जाएगा। बुलडोजर चलाने से पहले कोई नोटिस नहीं दिया गया। लोगों के पास कोर्ट जाने का भी मौका नहीं है। मुस्लिमों को जिंदा रहने की सजा दी जा रही है। अरविंद केजरीवाल को अपनी दोहरी भूमिका के बारे में जरूर स्पष्टीकरण देना चाहिए। साथ ही ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट से ‘अन्याय’ रोकने की अपील की है।
AAP नेता अमानतुल्ला ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘अमित शाह और भाजपा दिल्ली के शांति पूर्वक माहौल को रमजान के महीने में खराब करना चाहते हैं, MCD का इस्तेमाल कर अब जहांगीरपुरी में अतिक्रमण के नाम पर बुलडोजर चलाने और एक खास समुदाय को प्रताड़ित करने का नया फरमान जारी कर दिया गया इससे पूरे देश का माहोल खराब होगा। समय रहते लगाम नहीं लगी तो ये घटिया राजनीति देश को ले डूबेगी!
दरअसल दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में लंबे समय से अतिक्रमण को हटाने की मांग उठ रही थी। वहीं शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। फिलहाल नार्थ दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की ओर से एक निर्देश जारी करते हुए बताया गया है कि एमसीडी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में 20 और 21 अप्रैल को अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रही है। इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एमसीडी ने दिल्ली पुलिस के 400 जवानों को कानून-व्यवस्था संभालने के लिए कहा है।
पांच आरोपितों पर रासुका
दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने पांच आरोपितों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगा दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने इसके लिए गृहमंत्रालय से अनुमति मांगी थी, जो मिल गई। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहले ही साफ कर दिया था कि देश की राजधानी में हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई एक नजीर बनेगी। जिन आरोपितों पर रासुका लगा है, उनमें अंसार, सलीम, सोनू उर्फ इमाम उर्फ यूनुस, दिलशाद और आहिर हैं। पुलिस को अभी तक मामले की जांच में इस बात के ठोस सबूत मिले हैं कि हिंसा अचानक नहीं हुई थी, बल्कि इसकी गहरी साजिश पहले ही रची गई थी।
Discussion about this post