शराब पीकर तख्त श्री दमदमा साहिब गए भगवंत मान? SGPC ने कहा- गलती स्‍वीकार कर माफी मांगे पंजाब सीएम

भगवंत मान

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर वैसाखी के द‍िन तख्त श्री दमदमा साहिब में शराब पीकर जाने का आरोप लगा है। इस पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक ने भगवंत मान से गलती मानने और स‍िख समाज से माफी मांगने को कहा है।

सीएम मान बैसाखी पर खालसा साजना दिवस पर तख्त श्री दमदमा साहिब में माथा टेकने गए थे। मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष माथा टेका। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब की आप सरकार जनता से किए हर वादे को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि ईश्वर के आशीर्वाद और जनता के असीमा विश्वास के साथ वह लोगों से किए वादे पूरे करनें कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

इसके बाद पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में सिख धर्मस्थलों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने आरोप लगाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता भगवंत सिंह मान ने बैसाखी के मौके पर नशे की हालत में 14 अप्रैल को तख्त दमदमा साहिब में प्रवेश किया था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट रघुजीत सिंह, प्रिंसिपल सुरिंदर सिंह और महासचिव करनैल सिंह पंजोली ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर कहा कि पंजाब के सीएम को माफी मांगनी चाहिए।

एसजीपीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुजीत सिंह विर्क ने कहा कि शराब के नशे में मुख्यमंत्री ने सिख समुदाय के एक अत्यधिक सम्मानित आध्यात्मिक स्थल का दौरा किया और सिख राहत मर्यादा (आचार संहिता) का उल्लंघन किया। एसजीपीसी ने सीएम मान को अपनी गलती स्वीकार करने और पूरे सिख समुदाय से माफी मांगने को कहा है।

उन्‍होंने कहा कि शराब के नशे में तख्त श्री दमदमा साहिब जाने के लिए भगवंत मान के कृत्य की कड़े शब्‍दों में आलोचना करते हुए प्रबबंधक कमेटी के पदाधिकारियों ने कहा कि यह साफ तौर से दिखाई दे रहा था जब वह (पंजाब सीएम) पत्रकारों से बात कर रहे थे कि वह शराब के नशे में थे। इस कारण वह ठीक से बात भी नहीं कर पा रहा था। इससे पहले अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने भवगंत मान पर बेअदबी का भी संगीन आरोप लगाया था। साथ ही खुद बादल ने भगवंत मान की मेडिकल जांच करवाने की मांग भी की थी।

इधर आप के प्रवक्ता मालविंदर सिंह कंग ने पलटवार करते हुए कहा कि, इस तरह की बेबुनियाद बातें करना अकाली दल को बिल्कुल भी शोभा नहीं देता। पंजाब के मुद्दों पर बात करने की बजाए अकाली दल इस तरह की झूठी और भ्रामक बातें करके लोगों को कम से कम गुमराह तो न करें।

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