नई दिल्ली। कोरोना के नए एक्सई वेरिएंट की आशंकाओं के बीच देश में बूस्टर डोज लगने शुरू हो गए हैं। सरकार ने 10 अप्रैल से लोगों को निजी अस्पतालों में बूस्टर डोज लगवाने के लिए कहा है। इसी बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने बूस्टर डोज के बीच के समय अतंराल को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने डोज के बीच के समय को घटाकर 6 महीने करने का प्रस्ताव रखा है।
मीडिया से बात करते हुए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने मंगलवार को कहा कि, अभी कोविड वैक्सीनेशन की गति धीमी हुई है क्योंकि हमें यह नियम मिला है कि आपको डोज़ 2 और 3 के बीच 9 महीने तक का इंतज़ार करना होगा। हमने सरकार से अपील की है कि इसे और 6 महीनों तक कैसे कम किया जाए। हम 6 महीने के अंतराल का प्रस्ताव देंगे।
दरअसल सरकार की तरफ से बताया गया है कि कोरोना की दूसरी डोज लेने के 9 महीने के बाद ही आप बूस्टर डोज ले सकते हैं। यानी जिसे जनवरी 2022 में दूसरी डोज लगी हो उसे बूस्टर डोज के लिए नवंबर 2022 तक इंतजार करना होगा। पहले सिर्फ 60 साल से अधिक उम्र के और बीमारियों से ग्रस्त लोगों को ही कोरोना की तीसरी डोज लगाई जा रही थी, लेकिन कुछ दिन पहले ही सरकार ने ऐलान किया कि अब 10 अप्रैल से 18 साल से ऊपर के सभी लोग कोरोना का बूस्टर डोज ले सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बताया है कि अतिरक्ति डोज की याद दिलाने के लिए एक करोड़ से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स एवं 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को एसएमएस भेजा गया है। मंडाविया ने कहा कि कोविन एप के जरिए समय बुक किया जा सकता है। वहीं दूसरी ओऱ मनसुख मंडाविया ने आज कोरोना के नए एक्सई वेरिएंट को लेकर देश को टॉप एक्सपर्ट्स के साथ बैठक की।
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