लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 1.0 में कैबिनेट मंत्री रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश महाना 18वीं विधानसभा के लिए निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित हुए। सतीश महाना के निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष पद के निर्वाचित होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ नेता विरोधी दल अखिलेश यादव उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी तक लेकर गए।
योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 के मंत्रियों की सूची में सतीश महाना का नाम नहीं था। इसी के बाद से कयास लग रहे थी कि उनको विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलेगा। 1991 से लगातार विधायक निर्वाचित हो रहे महाना को भाजपा ने सम्मानजनक पद दिया है। पंडित ह्रदय नारायण दीक्षित की जगह लेने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री सतीश महाना 1991 से लगातार विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में वह आठवीं बार विधायक बने हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता 62 वर्षीय सतीश महाना का निर्विरोध निर्वाचित होना तय था। विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र जमा करने की समय सीमा सोमवार दोपहर दो बजे समाप्त हो गया था। निर्धारित समय सीमा तक सिर्फ महाना का नामांकन पत्र ही प्रमुख सचिव विधानसभा के कार्यालय में जमा हुआ था।
लिहाजा विधानसभा अध्यक्ष पद पर सतीश महाना के निर्वाचन की घोषणा औपचारिकता रह गई थी। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के साथ उनकी पार्टी के विधायक विनोद कुमार ने भी सतीश महाना का समर्थन किया था।
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