कूड़े के ढेर में मिले हजारों कॉन्डोम तो मचा बवाल, जानें पूरा मामला

पीलीभीत। यूपी के पीलीभीत में एक खाली प्लाट में करीब तीन पेटी कंडोम पड़े मिले हैं। बड़ी संख्या में कंडोम के पैकेट पड़े होने की सूचना मिलते ही खलबली मच गई। हजारों की संख्या में कॉन्डोम मिलने के बाद अब इसके पीछे की कहानी भी सामने आ गई है।

शहर के मोहल्ला नखासा में कुछ लोगों ने भारी संख्या में कंडोम पड़े देखे थे। कंडोम्स अगले साल 2024 के 10वें महीने में एक्सपायर होने हैं, ऐसा पैकेट पर प्रिंट था। इतना ही नहीं निरोध के पैकेट पर nNaco नाको और HIV हेल्पलाइन नंबर 1097 के साथ-साथ गवर्नमेंट ऑफ इंडिया फ्री सप्लाई नॉट फॉर सेल भी लिखा हुआ था। कुछ लोग तो मौका देख कर कंडोम जेब में रख कर ले भी गए।

लोगों में जब चर्चा फैली तो मामला डीएम तक पहुंचा तो सख्त हिदायत पर सीएमओ ने जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। इस दौरान पता चला कि यह कंडोम शहर में सेक्स वर्करों के लिए संचालित जेएन बालकुंज समिति को केन्द्र सरकार की ओर से दिए गए थे। इस पर सीएमओ ने मंगलवार की देर रात समिति के अवध कॉलोनी स्थित दफ्तर में छापा मारा।

अवध कॉलोनी स्थित एनजीओ के दफ्तर पर छापेमारी की कार्रवाई में यहां रिकॉर्ड अधूरे और गायब पाए गए। मौके से मिले सैंपल और कूड़े में मिले गर्भनिरोधक का जब मिलान किया तो वे एक ही बैच के निकले। इससे साफ हो गया कि सरकारी योजनों में किस तरह पलीता लगाया गया है। बताया गया कि बरामद कंडोम उनकी ही संस्था को दिए गए थे जो सेक्स वर्करों को बांटने थे।

आपको बता दें कि एनजीओ के पास 250 सेक्स वर्कर, 150 ड्रग एडिक्ट और 50 बाइसेक्सुअल लोग हैं, जिनको गर्भनिरोधक वितरित किए जाते हैं। इन्हीं में से कुछ को वॉलन्टियर भी बनाया गया है। एनजीओ का कहना है कि उनके पास हर महीने करीब छह से आठ हजार गर्भ‌निरोधक बांटने को आते हैं। उनके मुताबिक वॉलन्टियर इन्हें कार्यालय से तो लेकर गए लेकिन वितरित नहीं किया।

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