लखनऊ। योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह ने टिकट कटने के बाद पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह पार्टी के फैसले के साथ हैं। स्वाति ने पति के साथ विवादों की खबर का भी खंडन किया।
लखनऊ के सरोजनी नगर से भाजपा ने ED के ज्वाइंट डायरेक्टर रहे राजराजेश्वर सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट की प्रबल दावेदार मौजूदा विधायक और योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह थी। पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है। सरोजनीनगर सीट पर मंत्री स्वाति सिंह के साथ ही पति दयाशंकर सिंह भी दावेदारी कर रहे थे। दोनों ने इस विधानसभा में अपने-अपने बैनर पोस्टर भी लगवा दिया था। लोगों से मिलने भी लगे थे।
बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वाति सिंह ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ता के रूप में आजीवन काम करती रहेंगी। नाराजगी को लेकर सवाल पर मुस्कुराते हुए स्वाति ने कहा, ”क्या मेरे चेहरे से नाराजगी लग रही है।” सपा में जाने की अटकलों पर स्वाति ने कहा, ”मैं 17 साल की थी तब विद्यार्थी परिषद जॉइन किया था। मेरे रोम-रोम में बीजेपी है। मैं यहीं रहूंगी और यहीं मरूंगी। सगंठन भविष्य में जो भी जिम्मेदारी देगी, निष्ठा के साथ निभाऊंगी।” स्वाति ने कहा कि वह नहीं जानती थीं कि पार्टी उन्हें महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनेंगी। पार्टी ने टिकट दिया, सरोजनीनगर सीट से जितवाया, मंत्री बनाया। पार्टी ने यह फैसला भी कुछ अच्छा सोचकर ही किया होगा।
क्या पति दयाशंकर संग कंट्रोवर्सी की वजह से टिकट कटा?
इस सवाल पर स्वाति सिंह ने कहा, ”कैसी कंट्रोवर्सी? मैंने कभी एक शब्द भी बोला। उस (वायरल) ऑडियो के बारे में भी मैंने एक शब्द कहा। कौन सी कंट्रोवर्सी? मीडिया में सूत्र के हवाले से कुछ भी चलने लगता है। जहां तक दावेदार की बात है, दयाशंकर सिंह अपनी बात रख रहे थे। बेकार की चीजों को मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।