नई दिल्ली। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इस मौके पर कांग्रेस के एक अन्य नेता कपिल सिब्बल ने पार्टी पर ही कटाक्ष किया है।
कांग्रेस नेतृत्व की लगातार आलोचना कर रहे G-23 समूह के नेता सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘’यह विडंबनापूर्ण है कि कांग्रेस को गुलाम नबी आजाद की सेवाओं की जरूरत नहीं है, जबकि देश उनके योगदान का सम्मान कर रहा है।’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘गुलाम नबी आजाद पदम भूषण से सम्मानित। बधाई भाईजान। विडंबना यह है कि कांग्रेस को उनकी सेवाओं की आवश्यकता नहीं है, लेकिन देश सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान का सम्मान कर रहा है।’
सिब्बल व आजाद कांग्रेस के उस ग्रुप 23 के सदस्य रहे हैं, जो पार्टी में आमूल-चुल बदलाव का हिमायती रहा है। हालांकि पार्टी में अब यह समूह सक्रिय नहीं है। इस समूह की मांगों के अनुरूप न तो पार्टी में बदलाव हुए हैं और न ही पार्टी नेतृत्व में बदलाव व अध्यक्ष पद के लिए खुले चुनाव। पार्टी अब भी पुराने ढर्रे पर चल रही है और एक-एक कर नेता पार्टी से खिसकते जा रहे हैं।
हालांकि, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आजाद की इस उपलब्धि पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की तरफ से पुरस्कार को अस्वीकार किए जाने को लेकर कहा, ‘यह करने के लिए सही चीज थी। वे आजाद रहना चाहते थे, गुलाम नहीं।’ भट्टाचार्य को भी पद्म भूषण से सम्मानित करने का फैसला लिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।