बाहर हुए चीनी कंपनी वीवो, अब टाटा का हुआ आईपीएल

नई दिल्ली। टी-20 क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को नया टाइटल स्पॉन्सर मिल गया है। टाटा ग्रुप आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर होगा और वह चीनी मोबाइल कंपनी वीवो की जगह लेगा। टाटा की ये डील कितने रुपये में हुई है, अभी इसकी पूरी जानकारी नहीं आई है।

वीवो ने 2018 से 2022 तक पांच साल के लिए आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप अधिकार 2,190 करोड़ रुपये में जीता था। प्रमुख स्मार्टफोन ब्रांड ने 2020 में स्पॉन्सरशिप अधिकार को भारत-चीन गतिरोध के कारण ड्रीम-11 के हाथों गंवाने के बाद आईपीएल 2021 में वापसी की और टाइटल स्पॉन्सर किया। हालांकि, अब कंपनी ने फिर से बाहर निकलने का फैसला किया है। वीवो ब्रांड ने अब टाटा को आईपीएल के अधिकार हस्तांतरित कर दिए हैं। अब आईपीएल को टाटा आईपीएल कहा जाएगा।

एक साल के लिए ड्रीम-11 बना था स्पॉन्सर
ड्रीम-11 ने साल 2020 एडिशन के लिए आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल की थी। 222 करोड़ रुपये में हुई इस डील के बाद कोरोना वायरस के खौफ के चलते टूर्नामेंट 2020 में यूएई में खेला गया था। वीवो की वापसी के बाद अब फिर स्वदेशी कंपनी का नाम आईपीएल से जुड़ गया है।

• साल 2008 से 2012- DLF IPL (40 करोड़ रुपये प्रति साल)
• साल 2013 से 2015- Pepsi IPL (79.2 करोड़ रुपये प्रति साल)
• साल 2016 से 2017- Vivo IPL (100 करोड़ रुपये प्रति साल)
• साल 2018 से 2019- Vivo IPL (439.8 करोड़ रुपये प्रति साल)
• साल 2020- Dream 11 IPL (222 करोड़ रुपये)
• साल 2021- (Vivo IPL 439.8 करोड़ रुपये)
• साल 2022- Tata Group

आईपीएल 2022 में 10 टीमें खेलेंगी
आईपीएल 2022 में आठ की जगह 10 टीमें खेलती दिखाई पड़ेंगी। अहमदाबाद और लखनऊ दो नई फ्रेंचाइजी हैं। बीसीसीआई ने आईपीएल के लिए दो नई टीमों का एलान 25 अक्तूबर को किया था। लखनऊ को आरपीएसजी वेंचर्स लिमिटेड ने 7090 करोड़ रुपये और अहमदाबाद को सीवीसी कैपिटल ने 5625 करोड़ रुपये में खरीदा था।

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