गाजियाबाद। गाजियाबाद जिले के कवि नगर थाना क्षेत्र में 23 वर्षीय एलएलबी छात्र कुएं के अंदर मृत पाया गया। इस मामले मे पुलिस ने मृतक के दोस्त और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
राजनगर सेक्टर-9 निवासी वीरेंद्र सिंह कंस्ट्रक्शन कारोबारी हैं। उनका 23 वर्षीय बड़ा बेटा कुशाग्र चौधरी संजयनगर स्थित कॉलेज में एलएलबी सेकेंड ईयर का छात्र था। वीरेंद्र ने बताया कि बुधवार दोपहर कुशाग्र बाइक ठीक कराने घर से निकला था लेकिन शाम तक घर नहीं पहुंचा। गुरुवार को कुशाग्र की महिला मित्र ने परिजनों को एक वीडियो भेजा जिसमें कुशाग्र लहूलुहान हालत में दिख रहा था और कमरे में मौजूद किसी शख्स को शास्त्री नगर चौकी पर पहुंचने को कह रहा था।
इसके बाद परिजनों ने शास्त्री नगर चौकी पहुंचकर कुशाग्र को तलाश करने की मांग की। वीरेंद्र सिंह का कहना है कि उनके भाई अरुण व उसके दोस्त ने कुशाग्र को आखिरी बार हापुड़ चुंगी स्थित पवन ढाबा पर उसके दोस्त रजापुर निवासी योगेंद्र चौधरी उर्फ बालू संग देखा था। पुलिस ने योगेंद्र से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल ली।
एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने जब योगेंद्र के घर के पास स्थित मस्जिद में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो योगेंद्र कुशाग्र के शव को रेहड़ी पर ले जाता हुआ दिखा, जबकि उसकी पत्नी रेहड़ी के आगे-आगे चल रही थी। एसपी सिटी ने बताया कि शुरुआत में योगेंद्र और उसकी पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। योगेंद्र ने कहा कि नोएडा निवासी दोस्तों से कुशाग्र का झगड़ा हुआ था। नोएडा के दोस्त उसे कार में डालकर ले गए लेकिन जब पुलिस ने उन्हें सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाई तो दोनों टूट गए और गुनाह कबूल कर लिया।
योगेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने कुशाग्र चौधरी को अपने आवास पर लोहे की रॉड से पीट-पीट कर मार डाला था, जहां उसने उसे शराब की पेशकश के साथ बुलाया था। बालू ने अपनी पत्नी और बहन के सामने कुशाग्र को पीट-पीटकर मार डाला। उन्होंने पूरी रात कुशाग्र के शव को अपने पास रखा और अगले दिन कमला नेहरू नगर क्षेत्र के एक खेत में स्थित एक कुएं में फेंक दिया।
एसपी सिटी ने बताया कि कुशाग्र और योगेंद्र दोस्त हैं। योगेंद्र लूट के मामले में एक सप्ताह पहले ही जेल से छूटा था। उसकी जमानत कराने में आया खर्च कुशाग्र ने ही वहन किया था। अंदेशा है कि पैसों के लेन-देन के विवाद में कुशाग्र की हत्या की गई है। एसपी सिटी ने बताया कि पार्टी के बहाने ही योगेंद्र ने कुशाग्र को पवन ढाबा पर बुलाया और घर ले गया। इसके बाद कुशाग्र ने वीडियो बनाकर महिला मित्र को भेजा।