गाजियाबाद। 10 साल की नन्ही बिटिया स्वरा अग्रवाल ने एक अदभुत रिकॉर्ड बनाकर जिले का नाम रोशन किया है। इस कामयाबी के लिए उनका नाम इंटरनेशनल बुक ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
शहर के नेहरु नगर निवासी स्वरा अग्रवाल के पिता मनीष अग्रवाल बिजनेसमैन हैं, वहीं माँ ऋचा अग्रवाल एक आर्टिस्ट हैं। परिवार में स्वरा का एक भाई शुभ अग्रवाल भी है। स्वरा ने 15 अलग-अलग भाषाओं के सबसे लंबे शब्दों को उन्हीं की भाषा में बिना किसी रुकावट के बोलने में कामयाबी हासिल की है। स्वरा की इस कामयाबी के लिए इंटरनेशनल ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड आर्गेनाईजेशन द्वारा एक प्रशस्ति पत्र व मेडल प्रदान किया गया। स्वरा ने अपनी इस उपलब्धि को अपने स्वर्गीय दादाजी सतीश अग्रवाल को समर्पित किया। सतीश अग्रवाल का पिछले साल कोरोना संक्रमण की वजह से निधन हो गया था।
स्वरा अग्रवाल शहर के डीपीएसजी स्कूल में पांचवीं कक्षा में पढ़ती हैं। उनकी इस अनोखी सफलता पर स्कूल ने भी खुशी जाहिर की है। वहीं स्वरा के माता-पिता का कहना है कि वे अपनी बिटिया की इस कामयाबी से बेहद खुश हैं। उनका मानना है कि ये उपलब्धि अन्य बच्चों का हौसला बढ़ाने का काम करेगी।
स्वरा ने बताया कि इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए उन्होंने 3-4 महीने लगातार मेहनत की। उन्होंने डेनिश, डच, अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, इटेलियन, जैपनीज, लैटिन, स्वीडिश, संस्कृत, स्पेनिश, नॉर्वेजियन, पोर्तुगेसे भाषा जानती सीखी है, इसके लिए उनकी टीचर दीपा गोयल प्रेरित किया एवं रिकॉर्ड बनाने में मदद भी की। स्वरा अपनी पढ़ाई करने के साथ साथ डांस एवं आर्ट में भी बराबर रुचि रखती है और इन सब के लिए बराबर समय भी निकालती है।
Discussion about this post