गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस ने बुधवार को फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया।पुलिस ने इसकी एटीएस को भी सूचना दी है। ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपियों ने किसी संदिग्ध व्यक्ति का आधार कार्ड तो नहीं बनवाया है।
पुलिस ने आर्य नगर लोनी बॉर्डर निवासी आशिफ और उसका भाई खालिद तथा पुराना मुस्तफाबाफ करावलनगर उत्तर पूर्वी दिल्ली निवासी जावेद को पकड़ा है। पुलिस ने बताया कि दिल्ली के वजीरपुर में शहजाद का लाइसेंसी आधार केंद्र है। शहजाद और जावेद जीजा-साले है। जावेद ने शहजाद से उसके आंखों के रेटिना की कॉपी ले रखी थी। उसके यूजर आईडी और पासवर्ड से तीनों आरोपी लोनी में आधार सेंटर चला रहे थे।
इनके पास लोनी से बाहर रहने वाले लोग आधार कार्ड बनवाने आते थे, इन लोगों के आधार कार्ड में लोनी विधानसभा क्षेत्र का पता दर्ज किया जा रहा था। पता बदलने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि या अधिकारी से एक फार्म भरवाना पड़ता है। आरोपियों ने दिल्ली मुस्तफाबाद के विधायक हाजी यूनुस, वेलफेयर एसोसिएशन, स्कूल प्रिंसिपल, पार्षद और सभासद की फर्जी मुहर बनवा रखी थी। इस गिरोह ने फर्जी फार्म भी खुद ही छाप रखे थे। उन्हें जनप्रतिनिधियों और अफसरों की फर्जी मुहर लगाकर खुद ही प्रमाणित भी कर रहे थे। इस तरह से बाहरी लोगों का स्थानीय पते पर फर्जी आधार कार्ड तैयार हो रहा था। एक आधार कार्ड बनाने की एवज में 2000 रुपये वसूलते थे।
पुलिस ने इनके पास से एक लैपटॉप, फिंगर डिवाइस, आईआरआईएस डिवाइस, वेब कैमरा, एक्सटरनल यूएसबी हब, पांच मुहर, भारत निर्वाचन आयोग के प्रारूप-छह के फार्म, भरण-पोषण भत्ते के 23 फार्म, आधार कार्ड के 33 फार्म, आंखों के रेटिना की कॉपी, यूपी भवन निर्माण बोर्ड के 24 पहचान पत्र, तीन मोबाइल और 19500 रुपए बरामद किए हैं।
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