सपा नेताओं ने की करोड़ों की हेराफेरी, आयकर विभाग का खुलासा

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेताओं और अखिलेश  के ठिकानों पर की गई छापेमारी में आयकर विभाग को करोड़ों रुपये की अघोषित आय का पता चला है। 4 दिन तक चली छापेमारी के बाद वित्त मंत्रालय की ओर से जारी किया गया है। केरल के दो ट्रस्ट में खाड़ी देशों से अवैध रूप से लेन देन का पता चलने पर फेमा के तहत कार्रवाई की जा रही है।

आयकर विभाग ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान लखनऊ, मैनपुरी, मऊ, कोलकाता, बेंगलुरु और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित विभिन्न स्थानों में फैले 30 से अधिक परिसरों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। जिसमें कई अहम दस्तावेज और डिजिटल डेटा को भी बरामद किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि कंस्ट्रक्शन के बिजनेस में शामिल कंपनियों में करोड़ों रुपयों के कई फर्जी खर्च की जानकारी मिली है। इनके पास से खाली बिल बुक, स्टांप, साइन किए चेक समेत कई दस्तावेज मिले हैं, जिन्हें जब्त कर लिया है।

आयकर विभाग के मुताबिक मैनपुरी के आरसीएल ग्रुप के मनोज यादव के ठिकानों से 86 करोड़ की अघोषित आय के सबूत मिले। इतना ही नहीं मनोज यादव ने 68 करोड़ रुपये की अघोषित आय को कबूला भी है। जगत सिंह के ठिकानों से 12 करोड़ की अघोषित आय के सबूत मिले। जगत सिंह के ठिकानों से 3.5 करोड़ की बेनामी संपत्ति की जानकारी मिली। राजीव राय के बेंगलुरु के ठिकाने से फेमा का उल्लंघन कर खाड़ी देश में 80 लाख रुपये देने के सबूत मिले। बेंगलुरु के ट्रस्ट से 10 करोड़ रुपये की कैपिटेशन फ़ीस के सबूत मिले।

बंगलुरु स्थित ट्रस्ट में चले सर्च ऑपरेशन से पता चला कि 80 लाख रुपए केरल के मारकाजू सकफाती सुन्निया ट्रस्ट और मरकज नॉलेज सिटी ट्रस्ट को दिए गए। यह धनराशि ट्रस्टियों को लाभ पहुंचाने के लिए दी गई। ये दोनों ही संस्थाएं खाड़ी देशों से जुड़ी हुई हैं। कई गड़बड़ियां सामने आने के बाद इन पर फेमा के तहत कार्रवाई की जाएगी। ट्रस्ट में 10 करोड़ रुपए नकद मिले। इसके अलावा 4.8 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे।

वहीं कोलकाता में एक एंट्री ऑपरेटर के यहां की गई छापेमारी में पता चला है कि उसने इन लोगों की मदद के लिए कई शेल कंपनियां बना रखी थीं। अधिकारियों के मुताबिक, इन कंपनियों 408 करोड़ रुपये के फर्जी शेयर की एंट्री थी और इन कंपनियों के जरिए 154 करोड़ रुपये का फर्जी लोन भी दिया गया था। बयान में बताया गया है कि एंट्री ऑपरेटर ने इस पूरे खेल में शामिल होने की बात मानी है, साथ ही उसने कमीशन से 5 करोड़ रुपये की कमाई होने की बात भी कबूल की है।

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